
'NCP को 3 से 4 सीटें मिलने की चर्चा गलत, इतनी कम सीटों पर नहीं लड़ेंगे', NDA में सीट शेयरिंग पर बोले प्रफुल्ल पटेल
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महाराष्ट्र में एनडीए की सीट शेयरिंग को लेकर जारी बातचीत के बीच चर्चा है कि अजित पवार की पार्टी को तीन से चार सीटें मिल सकती हैं. इसे लेकर अब अजित पवार के करीबी प्रफुल्ल पटेल की प्रतिक्रिया आई है. प्रफुल्ल पटेल ने इस तरह की अटकलों को गलत बताया है.
महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग का पेच अभी सुलझा नहीं है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह ने महाराष्ट्र बीजेपी के नेताओं के साथ ही सहयोगी दलों के नेताओं से भी मैराथन बातचीत की है. सीट शेयरिंग की कवायद के बीच जो फॉर्मूले चर्चा में हैं, उनमें से एक यह भी है कि बीजेपी 34, एकनाथ शिंदे की शिवसेना 10 और अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) तीन से चार सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. इस फॉर्मूले पर अब एनसीपी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल की प्रतिक्रिया सामने आई है.
अजित पवार के करीबी पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने इस तरह की चर्चा को गलत बताते हुए कहा है कि सीट शेयरिंग का अभी फाइनल फॉर्मूला नहीं निकला है. उन्होंने कहा कि यह चर्चा कि हम सिर्फ तीन से चार सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, सही नहीं है. प्रफुल्ल पटेल ने यह भी साफ किया कि हम इतनी कम सीटों पर चुनाव नहीं लड़ेंगे.
उन्होंने आगे जोड़ा कि हमारी अमित शाह के साथ बैठक हुई है. हमने योग्यता के आधार पर हर एक सीट को लेकर चर्चा की है. कोई अंतिम फॉर्मूला नहीं आया है. एनसीपी के वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि गठबंधन में शामिल तीनों पार्टियों को सम्मानजनक संख्या में सीटें मिलेंगी. उन्होंने यह भी कहा कि गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी है. हम व्यावहारिक दृष्टिकोण के साथ चल रहे हैं.
प्रफुल्ल पटेल ने आगे जोड़ा कि हम यह नहीं कहना चाहते कि एनसीपी कई सीटों पर चुनाव लड़ेगी. लेकिन यह अटकलें भी सही नहीं हैं कि हम केवल तीन से चार सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि इतनी कम सीटें हमें मिलेंगी, यह समझना गलत होगा. गौरतलब है कि महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीटें हैं.
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बीजेपी के साथ एनडीए में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी भी हैं. रामदास अठावले की आरपीआई पहले से ही थी. अब पेच यही है कि 2019 में अविभाजित शिवसेना ने बीजेपी के साथ गठबंधन में सूबे की 23 सीटों पर चुनाव लड़ा था. बीजेपी ने 25 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे.

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