
Muzaffarnagar: वंदे मातरम के दौरान कुर्सी से नहीं उठीं मुस्लिम सभासद, केंद्रीय मंत्री भी थे मीटिंग में शामिल
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Muzaffarnagar Vande Maataram Controversy: मुजफ्फरनगर नगर पालिका बोर्ड की बैठक में मौजूद सभी लोगों ने अपनी-अपनी जगहों पर खड़े होकर सम्मानपूर्वक राष्ट्रगीत गया, तो वहीं कुछ मुस्लिम महिला सभासद अपनी जगह से खड़ी नहीं हुईं.
उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर नगर पालिका की बैठक में राष्ट्रगीत के दौरान मुस्लिम महिला सभासद खड़ी नहीं हुईं. वीडियो वायरल होने के बाद अब इस मामले ने तूल पकड़ लिया है. कहा जा रहा है कि नगर पालिका बोर्ड की बैठक में चेयरमैन सहित केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान, यूपी के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल समेत सभासद मौजूद थे. इस दौरान वंदे मातरम गाया गया तो कुछ मुस्लिम महिला सभासद खड़ी नहीं हुईं, जबकि अन्य सभी खड़े होकर राष्ट्रगीत गा रहे थे. इसे लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. दरअसल, शनिवार को जिले की नगर पालिका में बोर्ड बैठक का आयोजन किया गया था. जिसमें नगरपालिका चेयरमैन अंजू अग्रवाल सहित केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान, स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार कपिल देव अग्रवाल और वार्ड के सभी सभासदों ने भी हिस्सा लिया था.
हमेशा की तरह बोर्ड की बैठक शुरू होने से पहले राष्ट्र गीत वंदे मातरम को गाया गया था. बैठक में उपस्थित सभी लोगों ने जहां अपनी-अपनी जगहों पर खड़े होकर सम्मानपूर्वक राष्ट्र गीत को गाया, तो वहीं कुछ मुस्लिम वार्ड महिला सभासद बुरका पहने अपनी जगह पर ही बैठी रहीं. उनका वीडियो बैठक में मौजूद किसी सख्स ने अपने मोबाइल में क़ैद कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था.
वंदे मातरम गाने की परंपरा
वीडियो वायरल होने के बाद जब इस बावत राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार ) उत्तर प्रदेश सरकार कपिल देव अग्रवाल से बात की गई. मंत्री अग्रवाल ने बताया, ''जब मैं नगर पालिका चेयरमैन था तो ये परंपरा शुरू की गई थी कि बोर्ड की बैठक शुरू होने से पहले राष्ट्र गीत वंदे मातरम गाया जाएगा. इस बैठक में भी उसी परंपरा के चलते वंदे मातरम शुरू हुआ तो कुछ मुस्लिम महिलाएं सम्मान में खड़ी नहीं हुईं.''
कुछ लोगों की मानसिकता छोटी: मंत्री कपिल अग्रवाल
Aajtak से बातचीत में कपिल अग्रवाल ने आगे कहा, ''मुझे लगता है कि ये राष्ट्रगीत वंदे मातरम का अपमान है जबकि मुस्लिम समाज के लोग उसमें खड़े रहे. मैं उनका धन्यवाद करता हूं और उनका स्वागत करता हूं. वहीं, कुछ लोग छोटी मानसिकता के हैं. चाहे वो यहां के हों या और कहीं के हों. वंदेमातरम हमारा एक राष्ट्र गीत है, जिसे सबको सम्मान देना चाहिए और आदर करना चाहिए. इन छोटी-छोटी बातों से कहीं न कहीं समाज में आपस में नाराजगी और शिकायतें होती हैं. इस सभासदों से मेरा अनुरोध है कि आगामी बोर्ड की बैठक में राष्ट्रगीत का खड़े होकर सम्मान करें. देखें Video:-

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