Millionaires in India: अभी देश में हैं इतने करोड़पति, 5 साल में इनकी संख्या हो जाएगी दोगुनी
AajTak
Credit Suisse की Global Wealth 2022 रिपोर्ट के मुताबिक 2026 तक दुनियाभर में 8.7 करोड़ डॉलर मिलियनेयर्स होंगे. ये आंकड़ा 2021 के 6.2 करोड़ के मुकाबले ढाई करोड़ ज्यादा होगा. 2020 में दुनियाभर में करीब 5.7 करोड़ मिलियनेयर्स थे.
भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था (Indian Economy) बनकर उभरा है और हाल ही में ब्रिटेन को पछाड़कर विश्व की 5वीं बड़ी इकोनॉमी का ताज हासिल किया है. इसके साथ ही देश में अमीरों (Rich) की तादाद भी बढ़ती जा रही है. जिसे देखकर एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि सिर्फ 5 साल में भारत में करोड़पतियों (Millionaires) की संख्या दोगुनी हो जाएगी.
105 फीसदी का होगा इजाफा भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) में जारी तेजी से देश में अमीरों की संख्या भी तेज गति से बढ़ रही है. इसके चलते क्रेडिट सुइस (Credit Suisse) की ताजा Global Wealth 2022 रिपोर्ट में अनुमान जताया गया है कि साल 2026 तक भारत में करोड़पतियों यानी डॉलर मिलियनेयर्स की संख्या 2021 के मुकाबले बढ़कर दोगुनी हो जाएगी. आंकड़ों को देखें तो देश में 2021 में कुल 7.96 लाख लोग डॉलर मिलियनेयर थे और इसके पांच साल में 105 फीसदी बढ़कर 16.32 लाख होने का अनुमान जताया गया है.
22 साल में तेजी से बढ़ी अमीर आबादी क्रेडिट सुइस की रिपोर्ट में भारत में बढ़ती अमीरों की संख्या का विस्तार से जिक्र किया गया है. इसके मुताबिक, भारत में साल 2,000 के बाद से प्रति वयस्क की संपत्ति 8.8 फीसदी की दर से बढ़ी है. फिलहाल, भारत में प्रति वयस्क संपत्ति 15,535 डॉलर है. हालांकि, यह वैश्विक औसत से काफी कम है. लेकिन, 2021 में भारतीय संपत्ति जोड़ने के मामले में केवल अमेरिका, चीन और कनाडा से पीछे रहे हैं. जबकि ऑस्ट्रेलिया भी इस मामले में भारत से एक पायदान पीछे रह गया है.
5 साल में तेजी से बढ़ेगी संख्या क्रेडिट सुइस के मुताबिक पांच साल में भारत में अमीरों के बढ़ने की दर सबसे ज्यादा रहेगी. रिपोर्ट में कहा गया कि इस दौरान भारत में जहां डॉलर मिलियनेयर्स 105 फीसदी की रफ्तार से बढ़ेंगे, तो वहीं चीन में ये दर 97 पीसदी ही रहने का अनुमान है. जबकि, दुनिया के सबसे ज्यादा मिलियनेयर्स का घर कहे जाने वाले अमेरिका में 13 फीसदी की दर से इजाफा देखने को मिलेगा.
दुनिया में हो जाएंगे इतने करोड़पति क्रेडिट सुइस के मुताबिक 2026 तक दुनियाभर में 8.7 करोड़ डॉलर मिलियनेयर्स होंगे. ये आंकड़ा 2021 के 6.2 करोड़ के मुकाबले ढाई करोड़ ज्यादा होगा. 2020 में दुनियाभर में करीब 5.7 करोड़ मिलियनेयर्स थे. अमेरिका में जहां दुनियाभर के कुल मिलियनेयर्स में से 39 फीसदी रहते हैं. वहीं भारत महज 1 फीसदी मिलियनेयर्स का घर है.
विकसित देशों की रैंकिंग में सुधार नहीं रिपोर्ट में जहां भारत में अमीरों की तादाद में इजाफे का अनुमान जताया गया है, तो वहीं 2026 तक जापान, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया की मिलियनेयर रैंकिंग में मामूली अंतर दिखाई देगा या फिर कोई अंतर नहीं आएगा. लेकिन अगले 4 साल में कोरिया, ताइवान, भारत, हॉन्गकॉन्ग जैसे देशों में मिलियनेयर्स की तादाद में जोरदार बढ़ोतरी की उम्मीद जताई गई है.