
LIVE: नवजोत सिंह सिद्धू और CM चन्नी के बीच गिले-शिकवे हुए दूर, सुलह का फॉर्मूला तैयार, साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस जल्द
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पंजाब कांग्रेस में जारी घमासान के बीच बातचीत की पहल शुरू हुई है. नवजोत सिंह सिद्धू गुरुवार को मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से मुलाकात करेंगे, उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है.
पंजाब में कांग्रेस पार्टी के भीतर मचा घमासान अभी पूरी तरह से थमा नहीं है. प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू ने राज्य सरकार को ही निशाने पर लिया था. अब आज सिद्धू मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से मुलाकात कर रहे हैं. सूत्रों के अनुसार, दोनों के बीच गिले-शिकवे दूर हो गए हैं. चंडीगढ़ के पंजाब भवन में चल रही दोनों के बीच की मुलाकात को लेकर जल्द ही साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस भी होगी. Chandigarh: Navjot Singh Sidhu arrives at Punjab Bhavan to meet CM Charanjit Singh Channi. pic.twitter.com/ExgsBjDK8C

राष्ट्रपति पुतिन ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनकी गरिमामय उपस्थिति के साथ राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया. यह मुलाकात दो देशों के बीच रिश्तों की मजबूती को दर्शाने वाली थी. पुतिन ने महात्मा गांधी के आदर्शों का सम्मान करते हुए भारत की संस्कृति और इतिहास को सराहा. इस अवसर पर राजघाट की शांतिपूर्ण और पावन वायु ने सभी को प्रेरित किया.

पानीपत कांड में आरोपी पूनम के पति नवीन ने कहा कि बच्चों को जैसे पानी में तड़पाकर मारा गया, वैसे ही उसकी पत्नी को भी कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. उसने किसी भी तांत्रिक कनेक्शन से इनकार किया. वहीं, पूनम की मां सुनीता देवी ने कहा कि बेटी शादी से पहले बिल्कुल सामान्य थी और कभी किसी बच्चे को नुकसान नहीं पहुंचाया. उन्होंने स्वीकारा कि यदि उसने यह अपराध किया है तो उसे उसकी सजा जरूर मिलनी चाहिए.

माधव राव ने कुछ स्वयंसेवकों को मुस्लिम पहचान देकर विभाजित पंजाब के शहरों में मुस्लिम लीग के प्रभाव वाले क्षेत्रों में तैनात कर दिया. ये लोग बताते थे कि कैसे पूरी तैयारी के साथ मुस्लिम लीग के लोग हिंदू बाहुल्य इलाकों की रिपोर्ट तैयार करते हैं, और फिर हमला करते थे. RSS के 100 सालों के सफर की 100 कहानियों की कड़ी में आज पेश है उसी घटना का वर्णन.

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शिवसेना UBT सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा है कि मंत्री राम मोहन नायडू को इंडिगो संकट को लेकर संसद में स्पष्ट जानकारी देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय को इंडिगो पर उचित कार्रवाई करनी चाहिए क्योंकि इंडिगो ने यात्रियों को काफी परेशानी में डाला है. प्रियंका चतुर्वेदी ने यह भी कहा कि इंडिगो के पास नियमों में हुए बदलावों की पूरी जानकारी थी, लेकिन इसके बावजूद यात्रियों को असुविधा हुई.








