JNU में वेबिनार के लिए लिखा 'Indian occupation in Kashmir', प्रशासन ने किया रद्द
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जैसे ही इसकी खबर जेएनयू प्रशासन को लगी, बिना देर किए इस वेबिनार को शुरू होने से पहले ही रद्द कर दिया गया. प्रशासन ने इसके जांच के आदेश भी दे दिए हैं. वहीं, एबीवीपी इस मामले में आयोजनकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा है.
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) एक बार फिर विवादों में है. दरअसल, यहां 29 अक्टूबर को सेंटर फॉर वूमंस स्टडीज द्वारा एक वेबिनार का आयोजन किया गया था. कश्मीर पर आधारित इस कार्यक्रम में कश्मीर को 'Indian occupation in Kashmir' (कश्मीर में भारत का कब्जा ) के रूप में संबोधित किया गया. इस कार्यक्रम का एबीवीपी के छात्रों ने जमकर विरोध किया. जैसे ही इसकी खबर जेएनयू प्रशासन को लगी, बिना देर किए इस वेबिनार को शुरू होने से पहले ही रद्द कर दिया गया. प्रशासन ने इसके जांच के आदेश भी दे दिए हैं. वहीं, एबीवीपी इस मामले में आयोजनकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा है. त्रिपुरा में हिंसा को लेकर लेफ्ट समर्थकों ने निकाला मार्च
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.