
INDIA ब्लॉक के चेयरपर्सन होंगे खड़गे? नीतीश को कांग्रेस ने ऑफर किया कन्वीनर का पद
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जेडीयू की ओर से पार्टी के अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व अध्यक्ष ललन सिंह और संजय झा शामिल हुए. नीतीश ने कहा कि सीट शेयरिंग सबसे बड़ी चुनौती है. बैठक में बड़े दलों के नेताओं के शामिल नहीं होने पर उन्होंने कहा कि यह अच्छा संकेत नहीं है.
इंडिया ब्लॉक की 5वीं बैठक शनिवार को वर्चुअली आयोजित हुई, जिसमें 10 दलों के वरिष्ठ नेताओं ने शिरकत की. अखिलेश यादव, ममता बनर्जी और उद्धव ठाकरे बैठक में शामिल नहीं हुए. बैठक में सीट बंटवारे की प्रगति पर व्यापक रूप से चर्चा की गई. सूत्रों की मानें तो बैठक में शामिल दलों ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को इंडिया ब्लॉक का चेयरपर्सन बनाने का प्रस्ताव रखा. इसका औपचारिक ऐलान अखिलेश यादव और ममता बनर्जी से चर्चा के बाद किया जा सकता है. कांग्रेस ने सभी दलों के नेताओं से राहुल गांधी की आगामी 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' में शामिल होने का अनुरोध किया.
जेडीयू की ओर से पार्टी के अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पूर्व अध्यक्ष ललन सिंह और संजय झा शामिल हुए. जेडीयू नेता संजय झा ने कहा कि वर्चुअल मीटिंग के दौरान कांग्रेस ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को संयोजक बनाने का प्रस्ताव रखा. इस पर बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस को ही इंडिया ब्लॉक का अध्यक्ष बनना चाहिए. संजय झा के मुताबिक नीतीश कुमार ने संयोजक बनने को लेकर अभी सहमति नहीं दी है. नीतीश ने मीटिंग में कहा, 'मेरी किसी पद में कोई दिलचस्पी नहीं है. हम चाहते हैं कि गठबंधन जमीन पर आगे बढ़े. जरूरी है कि गठबंधन में शामिल दलों में एकजुटता बनी रहे'.
सीट शेयरिंग सबसे बड़ी चुनौती: नीतीश कुमार
नीतीश कुमार ने कहा कि सीट शेयरिंग सबसे बड़ी चुनौती है. नीतीश ने बैठक में बड़े दलों के नेताओं के शामिल नहीं होने पर कहा कि यह अच्छा संकेत नहीं है. बता दें कि ममता बनर्जी पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों का हवाला देकर बैठक में शामिल नहीं हुईं. हालांकि, सूत्रों के मुताबिक मीटिंग में नहीं शामिल होने के पीछे टीएमसी सुप्रीमो की नाराजगी बताई जा रही है. क्योंकि वह नीतीश को इंडिया ब्लॉक का संयोजक बनाए जाने पर सहमत नहीं हैं. बैठक शुरू होने से पहले कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने ममता पर तीखा जुबानी हमला भी बोला.
अधीर ने ममता को बताया अहंकारी और बेईमान
अधीर रंजन ने कहा, 'ये महिला (ममता बनर्जी) राजीव गांधी और सोनिया गांधी के नेतृत्व में नेता बनी. वह (ममता) कितनी बेईमान है, कितनी अहंकारी है कि जिन लोगों ने उसे राजनीति में खड़ा किया, वह उनको ही अहंकार दिखाती है'. इससे पहले शुक्रवार को, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के नेताओं ने दिल्ली में सीट-बंटवारे पर बातचीत की, जिसमें 4-3 का फार्मूला तय हुआ. हालांकि, कौन सी पार्टी किस सीट और कितनी सीटों पर लड़ेगी इस पर चर्चा के लिए एक और दौर की बैठक होगी. कांग्रेस ने कहा कि दोनों दलों के बीच 'बहुत अच्छी केमिस्ट्री' है. बता दें कि भाजपा से मुकाबला करने और 2024 के लोकसभा चुनावों में उसे हराने के लिए इंडिया ब्लॉक के बैनर तले 28 विपक्षी दल एक साथ आए हैं.

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