INDIA गठबंधन की बैठक से पहले JDU बोली- नीतीश को PM कैंडिडेट बनाओ तब ही फायदा, शिवसेना ने पूछा- सारथी कौन
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दिल्ली में आज INDIA गठबंधन की चौथी बैठक होनी है. इस मीटिंग से पहले ही नेतृत्व को लेकर बयानबाजी सामने आने लगी है. एक तरफ जेडीयू ने नीतीश कुमार को पीएम कैंडिडेट घोषित करने की मांग की है तो वहीं दूसरी तरफ शिवसेना ने पूछा है कि इस रथ का सारथी कौन होगा?
पांच राज्यों के हैरान करने वाले चुनावी नतीजों के बाद विपक्षी INDIA गठबंधन आज एक बार फिर जुटने जा रहा है. विपक्ष के इस महागठबंधन की दिल्ली में बैठक होने वाली है, जिसमें 28 सियासी दलों के प्रमुख और उनके नेता शामिल होंगे. बैठक से पहले बिहार की सत्ता में काबिज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी ने एक नई डिमांड कर दी है. वहीं, शिवसेना (UBT) ने भी नेतृत्व को लेकर सवाल उठाए हैं.
जनता दल यूनाइटेड (JDU) के विधायक धीरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री उम्मीदवार घोषित कर देना चाहिए. अगर ऐसा किया जाता है, तब ही फायदा होगा. इस डिमांड के पीछे की वजह बताते हुए धीरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि INDIA गठबंधन में सिर्फ नीतीश कुमार ही स्वच्छ छवि वाले नेता हैं. उनकी ही छवि ईमानदार वाली है.
शिवसेना ने की व्यवस्था में सुधार की मांग
शिवसेना (UBT) ने अपने मुखपत्र सामना में कहा है कि INDIA गठबंधन का महत्व बढ़ाया जाना चाहिए. आज रथ में 28 घोड़े हैं, लेकिन रथ का कोई सारथी नहीं है, जिसके चलते रथ अटक गया है. सामना में आगे कहा गया है कि दिल्ली में सिर्फ इकट्ठा होना, दोपहर का भोजन करना और सबके हाथ पोंछकर घर चले जाने की व्यवस्था में अब सुधार होना चाहिए.
MP में जानबूझकर अखिलेश को दूर रखा
सामना की संपादकीय में आगे कहा गया कि ‘भारत जोड़ो’ यात्रा की शुरुआत ही मध्य प्रदेश से हुई, लेकिन कांग्रेस की सबसे दारुण पराजय एमपी में ही हुई. तीनों राज्य ‘इंडिया’ ने नहीं बल्कि कांग्रेस ने गंवाए. कांग्रेस जीत का ‘केक’ अकेले खाना चाहती थी. इसलिए मध्य प्रदेश में अखिलेश यादव को जानबूझकर दूर रखा गया. ऐसा कहा जाने लगा है कि जहां पर कांग्रेस के खुद के दम पर जीतने की संभावना पैदा होती है, वहां वह किसी को साथ लेने को तैयार नहीं होती. अपने अहंकार के साथ-साथ ‘इंडिया’ का भी नुकसान करती है.
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एग्जिट पोल में तीसरी बार मोदी सरकार के अनुमान जताए गए हैं. इंडिया टुडे एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल में एनडीए को 361 से 401 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है. पांच पॉइंट में समझिए वो सियासी फैक्टर जो एग्जिट पोल में पीएम मोदी की हैट्रिक की सीढ़ी बनते दिख रहे हैं.
दिल्ली में सियासी हलचल तेज हो गई है. राहुल गांधी कांग्रेस के मुख्यालय पहुंच चुके हैं और नीतीश कुमार पटना से दिल्ली आ रहे हैं. एग्जिट पोल के आंकड़े सामने आए हैं, इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने 295 सीटों का अपना एग्जिट पोल दिया था. राहुल गांधी और नीतीश कुमार द्वारा दिल्ली में अपनी उपस्थिति और सियासी हलचल ने राजनीतिक दलों के बीच तनाव बढ़ा दिया है.
आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने दावा किया कि बिहार में महागठबंधन 25 से ज्यादा सीटें हासिल करेगा. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ने बेरोजगारी, भुखमरी, गरीबी, महंगाई से आजादी के लिए वोट किया है. उन्होंने यह भी कहा कि जनता का जनसैलाब तेजस्वी यादव के लिए प्यार दिखा रहा था. विरोधी दो दिन तक खुशफहमी में जी लें.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एग्जिट पोल को लेकर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है. राहुल गांधी ने एग्जिट पोल को प्रधानमंत्री मोदी का पोल बता दिया और उसे पूरी तरह से नकार दिया. राहुल गांधी ने दावा किया कि 'इंडिया गठबंधन' को 295 सीटें मिल रही हैं. सिद्धू मूसेवाला का गाने 295 जितनी हमारी सीटें आएंगी.
बैठक में खड़गे पार्टी उम्मीदवारों को 4 जून को काउंटिंग के दौरान एहतियात बरतने को लेकर दिशा निर्देश देंगे. मीटिंग में अध्यक्ष खड़गे के अलावा राहुल गांधी, जयराम रमेश, केसी वेणुगोपाल भी मौजूद हैं. कांग्रेस ने यह बैठक ऐसे समय पर बुलाई है जब एक दिन पहले ही अंतिम दौर का मतदान पूरा होने के बाद एग्जिट पोल्स के नतीजे आए हैं.
देश में 543 लोकसभा सीटें हैं. इंडिया टुडे और एक्सिस माय इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक, इस बार NDA को 361 से 401 सीटें मिल सकती हैं. जबकि INDIA ब्लॉक को 131 से 166 सीटें मिलने की उम्मीद है. पांच राज्य ऐसे हैं, जहां अनुमानों में बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है. इनमें आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तेलंगाना, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल का नाम शामिल है.