
Explained: WHO की मंजूरी के बावजूद क्यों चीन की कोरोना वैक्सीन को नहीं किया जा रहा स्वीकार
ABP News
सबसे ज्यादा गंभीर चिंता चीन की वैक्सीन पर सऊदी अरब ने जताई है. वह उन देशों में है जिन्होंने सिनोवाक और सिनोफार्म वैक्सीन को मंजूरी नहीं दी है. इसकी वजह से चीन के वैक्सीन पर निर्भर रहने वाले पाकिस्तान और अन्य देशों के लिए भारी चिंता बढ़ गई है.
चीन की तरफ से तैयार की गई दो कोविड-19 वैक्सीन को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की तरफ से मंजूरी देने के बावजूद यूएई और बहरीन समेत मध्य-पूर्व के अन्य देशों ने इसे अपने यहां पर मान्यता नहीं दी है. यूएई ने तो यहां तक ऐलान कर दिया है कि चीनी वैक्सीन लगाने वालों को देश में एंट्री नहीं दी जाएगी. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि एक तरफ जहां चीन दुनिया के करीब 80 देशों में अपनी वैक्सीन को दान या एक्सपोर्ट कर रहा है उसके बावजूद उसकी वैक्सीन को लेकर विश्वसनीयता क्यों नहीं बन पाई? दरअसल, हाल के हफ्तों में चीन में बनी कोविड वैक्सीन को लेकर सवाल खड़े हुए हैं. मई के महीने में सेशेल्स में कोरोना के मामलों में अचानक आई तेजी सुर्खियां बनी. यहां पर विश्व की तुलना में सबसे तेजी के साथ कोरोना के टीके लगाए और अधिकतर आबादी को या तो पहला या फिर वैक्सीन की दोनों डोज दे दी गई.More Related News
