
DNA ANALYSIS: जब देश 'युद्ध' लड़ रहा है तब ठेके की लाइन में खड़े हैं, आखिर कब मानेंगे ये लोग?
Zee News
लोग पहले नियमों का पालन नहीं करते और फिर जब वायरस से संक्रमित हो जाते हैं और इन्हें अस्पतालों में इलाज नहीं मिलता तो ये सरकार को भला बुरा कहते हैं. व्यवस्था में कमियां ढूंढते हैं. सवाल उठता है कि क्या हमारी कोई जिम्मेदारी नहीं है?
नई दिल्ली: कहने को तो हम अपने देश की हमेशा तारीफ करते हैं लेकिन आज हम आपको अपने देश की एक ऐसी कड़वी सच्चाई के बारे में बताना चाहते हैं, जो हमें किसी भी युद्ध में जीतने नहीं देती. वो सच्चाई ये है कि हमारे देश के कुछ लोग ना तो अनुशासन में रहना चाहते हैं, ना नियमों का पालन करना चाहते हैं और ना ही किसी भी युद्ध में अपना कर्तव्य निभाना चाहते हैं. पिछले एक साल से देश की सरकार, डॉक्टर्स और वैज्ञानिक यही समझा रहे हैं कि कोरोना वायरस (Coronavirus) पर रोकथाम के लिए सबसे पहली वैक्सीन है मास्क, दूसरी वैक्सीन है सोशल डिस्टेंसिंग और तीसरी वैक्सीन वो है जो आप अस्पतालों में लगवा रहे हैं. लेकिन लोग इस बात को कितना समझ पाए हैं, ये आप यूपी और पंजाब से सामने आई तस्वीरों को देखकर बेहतर समझ सकते हैं.
Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









