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रूस-भारत की हाईलेवल मीटिंग, राजनाथ सिंह और रूसी रक्षा मंत्री के बीच डिफेंस-टेक्नॉलोजी और TOT पर बातचीत
Zee News
IRIGC-M&MTC Meeting: भारत और रूस के 22वीं इंडिया-रूस इंटर-गवर्नमेंटल कमीशन ऑन मिलिट्री एंड मिलिट्री टेक्निकल कोऑपरेशन मिनिस्ट्रिय मीटिंग में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रूसी रक्षा मंत्री के बीच कई अहम पहलुओं पर बातचीत हुई. जिसमें डिफेंस, प्रोडक्शन और TOT जैसे अहम मुद्दों पर भी चर्चा हुई.
IRIGC-M&MTC Meeting: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और रक्षा मंत्री आंद्रेई बेलौसोव भारत दौरे पर हैं. इस खास दौरे के दौरान रूसी रक्षा मंत्री ने पहले से प्रस्तावित 22वीं इंडिया-रूस इंटर-गवर्नमेंटल कमीशन ऑन मिलिट्री एंड मिलिट्री टेक्निकल कोऑपरेशन (IRIGC-M&MTC) मिनिस्टीरियल मीटिंग में शामिल हुए. इस मीटिंग को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अपने रूसी समकक्ष के साथ मिलकर चेयर कर रहे थे.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









