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भारत का सबसे बड़ा रक्षा बजट इसबार! 2.5 लाख करोड़ देने की तैयारी, दुनिया के बेस्ट हथियारों से लैस होगी सेना
Zee News
Defence Budget: रक्षा मंत्रालय केंद्रीय बजट में पिछले साथ की तुलना में 20 प्रतिशत रक्षा बजट बढ़ाने की डिमांड करने वाला है. अगर यह बढ़ोत्तरी वित्त मंत्रालय द्वारा की जाती है तो पिछले साल की तुलना में करीब दोगुना रक्षा बजट हो जाएगा. इसकी वजह बड़ी डिफेंस डील्स हैं.
Defence Budget: भारत 2026-2027 के वीत्तीय वर्ष में कई बड़े रक्षा सौदे करना वाला है. इसके साथ ही स्वदेशी कंपनियां, जिसमें DRDO और HAL के अलावा कुछ निजी सेक्टर की कंपनियां सेना के लिए कई हथियार बनाने वाली हैं. सेना की सभी जरूरतों को पूरी करने के लिए रक्षा मंत्रालय को पहले अधिक पैसों की जरूरत है. इसलिए रक्षा मंत्रालय अगले वित्त वर्ष 2026-27 के लिए अपने कैपिटल अक्विज़िशन बजट में करीब 20% की बड़ी बढ़ोतरी चाहता है. : देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें .

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.








