
Delhi Book Fair में 'बिहार योग परंपरा' की पुस्तकों का प्रदर्शन, योगा पब्लिकेशन ट्रस्ट ने पहली बार लगाया स्टाल
AajTak
योगा पब्लिकेशन ट्रस्ट (YPT) ने पहली बार एनडीडब्ल्यूबीएफ 2023 (NDWBF 2023) में बुक स्टॉल लगाया है और आउटरीच 2023 स्वामी सत्यानंद सरस्वती के जन्म शताब्दी वर्ष का जश्न मना रहा है, जिन्होंने मुंगेर में विश्व प्रसिद्ध बिहार स्कूल ऑफ योग की स्थापना की.
योगा पब्लिकेशन ट्रस्ट योग आउटरीच प्रोग्राम 2023 के परमहंस स्वामी सत्यानंद सरस्वती के जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में नई दिल्ली में 50वें विश्व पुस्तक मेले में बिहार योग परंपरा की पुस्तकों का प्रदर्शन कर रहा है. योगा पब्लिकेशन ट्रस्ट (YPT) ने पहली बार एनडीडब्ल्यूबीएफ 2023 (NDWBF 2023) में बुक स्टॉल लगाया है और आउटरीच 2023 स्वामी सत्यानंद सरस्वती के जन्म शताब्दी वर्ष का जश्न मना रहा है, जिन्होंने मुंगेर में विश्व प्रसिद्ध बिहार स्कूल ऑफ योग की स्थापना की.
यह पहली बार है कि बिहार योग परंपरा ने अपनी पुस्तकों को विश्व पुस्तक मेले में प्रदर्शित किया है. इसका मकसद दुनिया में हर किसी को योग पर उपलब्ध समृद्ध और सबसे प्रामाणिक किताबों से लाभान्वित करना है. यह 25 फरवरी से 5 मार्च 2023 तक चेलगा. योग से प्रेम करने वाले बुक स्टाल 288, हॉल नंबर 2, प्रगति मैदान, नई दिल्ली जाकर किताब ले सकते हैं. स्टाल खुलने का समय सुबह 11:00 बजे है और रात 8:00 बजे तक किताबें देख और खरीद सकते हैं. YPT के पास योग पर सबसे प्रामाणिक और अच्छी तरह से रिसर्च किया हुआ साहित्य उपलब्ध है.
इसके आयोजक का कहना है कि 'किताबें योग शिक्षकों, चिकित्सकों, योग प्रेमियों और यहां तक कि आम आदमी को योगिक जीवन शैली अपनाने के लिए प्रेरित करेंगी और जीवन में खुशी, स्वास्थ्य और सद्भाव लाएगा.

बंगाल में बाबरी-स्टाइल मस्जिद की नींव रखने का कार्यक्रम आज... RAF-BSF तैनात, 3 लाख लोग जुटने का दावा
टीएमसी से निलंबित विधायक हुमायूं कबीर ने दावा किया है कि शनिवार को मोरादीघी के पास 25 बीघा क्षेत्र में करीब 3 लाख लोगों की भीड़ जुटेगी. पुलिस, RAF और BSF की तैनाती के बीच प्रशासन ने इलाके को हाई सिक्योरिटी जोन घोषित कर दिया है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति को रूसी भाषा में भगवद गीता का एक विशेष संस्करण भेंट किया है. इससे पहले, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति को भी गीता का संस्करण दिया जा चुका है. यह भेंट भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को साझा करने का प्रतीक है, जो विश्व के नेताओं के बीच मित्रता और सम्मान को दर्शाता है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को कई अनोखे और खास तोहफे भेंट किए हैं. इनमें असम की प्रसिद्ध ब्लैक टी, सुंदर सिल्वर का टी सेट, सिल्वर होर्स, मार्बल से बना चेस सेट, कश्मीरी केसर और श्रीमद्भगवदगीता की रूसी भाषा में एक प्रति शामिल है. इन विशेष तोहफों के जरिए भारत और रूस के बीच गहरे संबंधों को दर्शाया गया है.

चीनी सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के उन बयानों को प्रमुखता दी, जिनमें उन्होंने भारत और चीन को रूस का सबसे करीबी दोस्त बताया है. पुतिन ने कहा कि रूस को दोनों देशों के आपसी रिश्तों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं. चीन ने पुतिन की भारत यात्रा पर अब तक आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन वह नतीजों पर नजर रखे हुए है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार रात डिनर का आयोजन किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस डिनर में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नहीं दिया गया. इसके बावजूद कांग्रेस के सांसद शशि थरूर को बुलाया गया.








