Bihar hooch tragedy: बहरौली गांव में जहरीली शराब से 11 की मौत, 10 जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे
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मंगलवार को हुए छपरा शराब कांड में अब तक 40 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इसमें से 11 मृतक बहरौली के रहने वाले हैं. इसकी वजह से पूरे गांव में मातम पसरा है. वहीं, इस मामले को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है. घटना पर गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने सीएम नीतीश कुमार पर सवाल उठाया.
बिहार के छपरा जिले का बहरौली गांव में मौत का मातम पसरा है. मंगलवार को हुए छपरा शराब कांड में अब तक 40 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इसमें से 11 मृतक बहरौली के रहने वाले हैं. वहीं, गांव के 10 लोग अभी भी अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं.
सात साल से शराब बंदी, लेकिन पैसे देने पर मिलता है हर ब्रांड
बिहार में शराब बंदी के 7 साल से लागू है. मगर, आलम यह है कि पैसे देने पर हर ब्रांड की शराब मिलती है. बेगूसराय में आम लोगों ने शराब बंदी को पूरी तरह विफल बता रहे हैं. युवाओं और बुजुर्गों ने कहा कि शराबबंदी पूरी तरह से फेल है. हर जगह शराब उपलब्ध है.
खासकर यूरिया खाद से महुआ की बनी शराब बेची जा रही है. इससे लोगों की मौत हो रही है. या तो शराब बंदी को सख्ती से लागू किया जाए या चालू कर दिया जाए. लगातार जहरीली शराब पीने से बिहार में अलग-अलग इलाकों में लोगों की मौत हो रही है.
बहरौली गांव में मौतों से पसरा मातम
यहां के रहने वाले रूपेश शाह और चंदेश्वर शाह के अलावा दोनों के परिवार से कुल पांच लोगों की मौत जहरीली शराब पीने की वजह से हुई है. परिवार के तीन अन्य लोग जिनकी मौत हुई है, उनमें सूरज शाह, कमलेश शाह और नरेश शाह शामिल हैं.
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