Amravati Murder Case: अमरावती हत्याकांड का मास्टरमाइंड नागपुर से गिरफ्तार, हत्या की बनाई थी पूरी योजना
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उदयपुर में टेलर की हत्या से ठीक एक हफ्ते पहले 21 जून को अमरावती में एक केमिस्ट की हत्या हुई थी. उदयपुर में भी केमिस्ट कन्हैया लाल की गला काटकर हत्या की गई थी और अमरावती में भी हत्यारों ने केमिस्ट उमेश कोल्हे का गला काट दिया था. दोनों ही घटनाओं में हत्यारों ने अपना जुर्म कबूल भी कर लिया है. उदयपुर में भी मृतक ने नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट किया था. अमरावती में भी कत्ल किये गये केमिस्ट ने नुपुर शर्मा के समर्थन में व्हाट्सएप मैसेज फॉरवर्ड किया था. उदयपुर और अमरावती में हुए हत्याकांड में कई समानताएं हैं लेकिन अमरावती केस में पुलिस की मंशा पर सवाल उठ रहे हैं जिसने पहले इस हत्याकांड को छीना-झपटी में हुई हत्या बताया. लेकिन FIR में इसका जिक्र नहीं किया.हालांकि मामला खुलने के बाद अब अमरावती पुलिस ने भी कबूल कर लिया है कि केमिस्ट की हत्या नुपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने की वजह से ही हुई. इस केस का अब मास्टरमाइंड गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि इरफान के कहने पर केमिस्ट उमेश की हत्या की गई. मास्टरमाइंड इरफान एनजीओ चलाता था और हत्या की पूरी प्लानिंग उसके द्वारा ही की गई थी. देखे पूरी खबर.
राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
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एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.