
200 गाड़ियों का काफिला, ओपन फायरिंग और 3 दिन में 82 मौतें... पाकिस्तान में ऐसा क्या हुआ कि भिड़ गए शिया और सुन्नी
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खैबर पख्तूनख्वाह प्रांत के कुर्रम जिले मे 21 नवंबर को शिया और सुन्नी के बीच जबरदस्त सांप्रदायिक हिंसा हो गई थी. इस हिंसा में सिर्फ तीन में ही 80 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. मारे जाने वालों में ज्यादातर शिया हैं. ऐसे में जानते हैं कि 21 नवंबर को ऐसा क्या हुआ कि कुर्रम में शिया और सुन्नी के बीच जंग छिड़ गई.
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वाह के कुर्रम जिले में जबरदस्त सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई है. इस हिंसा में अब तक 80 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. 150 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक, कुर्रम में कई महीनों से शिया और सुन्नी के बीच टकराव होता रहा है. इस कारण 300 से ज्यादा परिवार यहां से पलायन कर चुके हैं.
शिया और सुन्नी के बीच ये हिंसा पिछले गुरुवार से शुरू हुई थी. ये तब शुरू हुआ, जब शियाओं के एक काफिले पर गोलीबारी हुई. इस गोलीबारी में 40 से ज्यादा शियाओं की मौत हो गई थी. इसके बाद से ही कुर्रम में शिया और सुन्नी के बीच खूनखराबा जारी है.
दर्जनों मौतों के बाद रविवार को दोनों गुटों के बीच 7 दिन का सीजफायर हो गया है. खैबर पख्तूनख्वाह की सरकार ने एक हाईलेवल कमीशन बनाने का फैसला लिया है, ताकि शिया और सुन्नी के बीच का विवाद सुलझाया जा सके.
कैसे शुरू हुआ ये पूरा खूनखराबा?
ये सारा खूनखराबा 21 नवंबर से शुरू हुआ. शियाओं को ले जा रही 200 गाड़ियों पर घात लगाकर हमला किया गया. शियाओं का ये काफिला पेशावर से पाराचिनार जा रहा था. इन पर कुर्रम जिले के बेगन टाउन पर हमला हुआ था.
पाकिस्तानी अखबार 'डॉन' की रिपोर्ट के मुताबिक, काफिले पर घात लगाकर चार तरफ से हमला किया गया था. इस हमले में बचे 14 साल के मुहम्मद ने डॉन को बताया कि लगभग आधे घंटे तक हमला होता रहा.

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