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1 सेकेंड में 26 राउंड! भारत के इस हथियार के आगे चीन-पाकिस्तान का ड्रोन क्या परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा
Zee News
Indian Army: भारतीय डिफेंस देश की रक्षा के लिए फिलहाल ZU-23 मिमी और शिल्का का इस्तेमाल किया जा रहा है. अब भारत किसी भी ड्रोन हमले का जवाब देने की सख्त तैयारी कर रहा है. चलिए जानते हैं क्या है वो खास तैयारी.
Indian Army: किसी भी देश की सुरक्षा को मजबूत करने में एयर डिफेंस का बड़ा योगदान होता है. इसे हर देश का सबसे बड़ा हथियार माना जाता है. मौजूदा जंग के माहौल में ड्रोन खासतौर पर उभरकर सामने आया है. ऐसे में दुनियाभर के हालातों को देखते हुए भारत ने भी ड्रोन को लेकर एक अहम फैसला लिया है. दरअसल, इस समय भारतीय थलसेना के पास जो एयर डिफेंस गन है, उसके लिए अब एक खास तरह का एंटी ड्रोन एन्युनिशन खरीदा जा रहा है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









