हिंसा से चर्चा में आए नूंह को नीति आयोग की डेल्टा रैंकिंग में दूसरा स्थान, इन 7 पैरामीटर में बनाया रिकॉर्ड
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हरियाणा के नूंह जिले ने आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत नीति आयोग की 'डेल्टा रैंकिंग' में दूसरा स्थान हासिल किया है. सोशियो-इकॉनोमिक समेत 7 पैरामीटर्स में नूंह ने तेज विकास दर्ज किया है. गुरुवार को नूंह के उपायुक्त ने इस बारे में जानकारी दी है.
हिंसा के बीच हरियाणा के नूंह जिले के लिए एक अच्छी खबर आई है. नीति आयोग की 'डेल्टा रैंकिंग' में नूंह को दूसरा स्थान मिला है. ये उपलब्धि आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत मिली है. विभाग ने बताया कि सोशियो-इकॉनोमिक समेत 7 पैरामीटर्स में नूंह ने तेज विकास दर्ज किया है.
दरअसल, आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत डेल्टा रैंकिंग स्वास्थ्य और पोषण, शिक्षा, कृषि और जल संसाधन, वित्तीय समावेशन और बुनियादी ढांचे के क्षेत्रों में प्रगति को मापती है. इनमें बड़े पैमाने पर सुधार करना और लोगों को लाभ पहुंचाने का उद्देश्य होता है. उपायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने बताया कि जिला कार्यक्रम के तहत जिला नूंह की डेल्टा रैंकिंग 30वें पायदान से दूसरे नंबर पर पहुंच गई है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पिछले माह एक बैठक भी ली थी. इसमें जरूरी दिशा निर्देश दिए गए थे.
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'कृषि और जल संसाधन क्षेत्र में नूंह प्रथम'
उपायुक्त ने कहा, कार्यक्रम का लक्ष्य भारत में सबसे अधिक सामाजिक-आर्थिक रूप से चुनौतीपूर्ण जिलों का उत्थान और विकास करना है. नूंह में यह प्रगति निश्चित रूप से सही दिशा में एक कदम है. उन्होंने बताया कि कई मापदंडों पर जिले की रैंकिंग में सुधार के लिए लगातार प्रयास जारी हैं. कृषि और जल संसाधन के मापदंडों में नूंह शीर्ष पर है. जबकि स्वास्थ्य और पोषण के मापदंडों में यह दूसरे स्थान पर है. अन्य विभागों की रैंकिंग में लगातार सुधार के कारण जिले को कुल मिलाकर दूसरा स्थान मिला है.
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