स्विस लेडी मर्डर केस में बड़ा खुलासा, शादी नहीं इस वजह से हुई थी नीना बर्जर की हत्या!
AajTak
Swiss Woman Murder Case: दिल्ली के तिलक नगर इलाके में हुई एक स्विस लड़की नीना बर्जर हत्याकांड में नया खुलासा हुआ है. बताया जा रहा है कि आरोपी आरोपी ब्वॉयफ्रेंड गुरप्रीत सिंह ने पैसों के लेन-देन में हुए विवाद की वजह से उसकी हत्या की थी. उसके बाद कार में डालकर शव को ठिकाने लगा दिया था.
स्विट्जरलैंड की राजधानी ज्यूरिख की रहने वाली नीना बर्जर मर्डर केस में आए दिन नए खुलासे हो रहे हैं. लेकिन इस बार जो खुलासा हुआ है, वो पूरे केस की जांच की दिशा बदल सकता है. पुलिस सूत्रों की मुताबिक, आरोपी आरोपी ब्वॉयफ्रेंड गुरप्रीत सिंह ने शादी के इंकार की वजह से नहीं बल्कि पैसों के लेन-देन में हुए विवाद की वजह से उसकी बेरमी से हत्या कर दी थी. बताया जा रहा है कि गुरप्रीत ने मृतिका नीना को सात लाख रुपए दिए थे, जिसे वो वापस मांग रहा था. लेकिन नीना देने से इंकार कर रही थी. इसी वजह से उसने साजिश के तहत उसे भारत बुलाया था. इसके बाद उसने कई जगहों से उसके साथ जाकर एटीएम से पैसा निकालने की कोशिश की थी.
पुलिस सूत्रों की माने तो नीना बर्जर का अकाउंट स्विट्जरलैंड में होने की वजह से गुरप्रीत सिंह एटीएम से पैसे निकालने में सफल नहीं हो पाया. उन दोनों को एक एटीएम सेंटर के सीसीटीवी में भी देखा गया है. वारदात वाले दिन उन दोनों ने एक बार फिर बैंक से पैसे निकालने की कोशिश की, लेकिन विफल रहे. उसके बाद वो भयंकर नाराज हो गया. गुस्से में उसने नीना की हत्या की साजिश रच डाली. इसके तहत उसने उसे एक तांत्रिक अनुष्ठान में हिस्सा लेने के लिए उकसाया. उसने कहा कि वो ऐसा करके अपनी समस्याएं खत्म कर सकती है. नीना तैयार हो गई तो उसने हाथ और पैर बांध दिए. उसके बाद कचरे की थैली से चेहरा ढक दिया. दम घुटने से उसकी मौत हो गई.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन दोनों के व्हाट्सऐप चैट से कई खुलासे हुए हैं, जिसमें वित्तीय लेन-देन की बात सामने आई है. उन्होंने बताया, "अपनी चैट में गुरप्रीत सिंह ने बार-बार नीना बर्जर से पैसे वापस मांगे थे. हत्या से पहले बर्जर ने विभिन्न एटीएम से पैसे निकालने का प्रयास किया था, लेकिन असफल रही थी. उस दौरान गुरप्रीत उसके था एटीएम के सीसीटीवी में देखा गया था. इतना ही नहीं नीना ने यह जांचने के लिए एक बैंक मैनेजर से भी संपर्क किया था कि क्या वो अपने स्विट्जरलैंड स्थित बैंक खाते से बड़ी रकम निकाल सकती है. उसके बहुत सारे प्रयास के बाद भी जब पैसे नहीं मिले तो गुरप्रीत ने उसकी हत्या कर दी. उसके बाद शव को कार में छोड़ आया.''
अपनी कथित गर्लफ्रेड नीना की हत्या का आरोपी 33 वर्षीय गुरप्रीत सिंह 8वीं कक्षा तक पढ़ा है. वो दिल्ली में रत्नों का व्यापार करता था. लेकिन चौंकाने वाली बात ये है कि उसके घर से कई हथियार बरामद किए गए हैं. इस मामले में पुलिस ने अलग से आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया है. उसके दो घर हैं. एक जनकपुरी जहां उसकी मां और बहन रहती हैं. दूसरा तिलक नगर में है. वहां से 28 कारतूस के साथ तीन अत्याधुनिक हथियार और एक देशी पिस्तौल जब्त की गई है. सूत्रों ने कहा कि पुलिस ने तिलक नगर पुलिस स्टेशन में आर्म्स एक्ट के तहत जो केस दर्ज किया है, उसमें उसे फिर से पुलिस हिरासत में लिया जा सकता है. उसका पिता फ्रांस में है. अभी तक भारत नहीं लौटा है.
नीना बर्जर का शव बरामद होने के बाद भी कई दिनों तक मुर्दाघर में पड़ा हुआ है. कई दिनों बाद उसके शव का पोस्टमार्टम हो सका. उसके परिजनों ने दिल्ली आने में असमर्थता जताई थी. दिल्ली पुलिस इस मामले की जांच के लिए अब नीना के शव का डीएनए टेस्ट भी कराया है. पुलिस कहना है कि आरोपियों के कब्जे से मृतक के कई दस्तावेज और सामान मिले हैं. उनका उपयोग शरीर से एकत्र किए गए डीएनए सैम्पल से मिलान के लिए किया जाएगा. दिल्ली पुलिस के मुताबिक स्विटजरलैंड के फेडरल डिपार्टमेटं ऑफ फॉरेन अफेयर्स यानी एफडीएफए को नीना के कत्ल की खबर मिल चुकी थी. एफडीएफए का कहना है कि नई दिल्ली में मौजूद स्विस एंबेसी दिल्ली पुलिस के लगातार संपर्क में है.
यह भी पढ़ें: स्विस लेडी मर्डर केस: नीना बर्जर की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा
जम्मू के रियासी जिला अस्पताल में आतंकी हमले के बाल बच्चे भर्ती हैं. इन मासूम बच्चों को देखकर किसी का भी कलेजा फट सकता है. आतंकवादियों ने जो बर्बरता की है, उसके प्रमाण आप देख सकते हैं. श्रद्धालुओं ने जब आतंकवादी हमले की कहानी सुनाई, तो दिल दहल गया. आप उन आतंकवादियों की बर्बरता का अंदाजा नहीं लगा सकते.
महाराष्ट्र के ठाणे में ठगों ने यूपी पुलिस का अधिकारी बनकर एक कारोबारी को करीब 20 लाख रुपये का चूना लगा दिया. ठगों ने कारोबारी को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाने की धमकी दी थी और गिरफ्तारी से बचने के लिए पैसों की मांग की थी. पैसे देने के बाद जब कारोबारी ने लखनऊ में फोन कर यूपी पुलिस थाने में जानकारी ली तो उसे पता चला कि उसके खिलाफ कोई केस ही नहीं है.
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना भी मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से नाराज हो गई है. पार्टी के चीफ व्हिप श्रीरंग बारणे का कहना है कि उनकी पार्टी ने सात सीटें जीती हैं और बावजूद इसके उन्हें कोई कैबिनेट मंत्रालय नहीं दिया गया. उनका कहना है कि एनडीए के अन्य घटक दलों को कम सीट मिलने पर भी कैबिनेट में जगह मिली है.