सूरत की सड़कों पर खड़ा होकर चार साल का ये मासूम समझा रहा है ऑक्सीजन का महत्व
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सूरत की सड़कों पर अपनी पीठ पर ऑक्सीजन की किट बांधकर खड़े इस बच्चे का नाम डियांस दूधवाला है. डियांस की उम्र महज़ चार साल है और अपनी इस उम्र में सूरत के लोगों को ऑक्सीजन की अहमियत समझा रहा है. डियांस के तो अभी दूध के दांत भी नहीं टूटे हैं.
कोरोना काल की दूसरी लहर के बीच ऑक्सीजन को लेकर त्राही त्राही मची हुई है. कोरोना संक्रमित मरीज़ का ऑक्सीजन लेवल घट जाता है और समय पर उसे बाहर से ऑक्सीजन ना मिलने से उसकी मौत हो जाती है. कुल मिलाकर ऑक्सीजन हमारे शरीर के लिए कितना महत्व रखता है ये बात कोरोना काल से साबित हुई है और यही महत्व सूरत की सड़कों पर खड़े होकर एक चार साल का साल मासूम लोगों को समझा रहा है. सूरत की सड़कों पर अपनी पीठ पर ऑक्सीजन की किट बांधकर खड़े इस बच्चे का नाम डियांस दूधवाला है. डियांस की उम्र महज़ चार साल है और अपनी इस उम्र में सूरत के लोगों को ऑक्सीजन की अहमियत समझा रहा है. डियांस के तो अभी दूध के दांत भी नहीं टूटे हैं और वो लोगों को कोरोना काल में हो रही ऑक्सीजन की किल्लत समझ रहा है.पीएम किसान सम्मान निधि योजना को 24 फरवरी 2019 को किसानों की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए शुरू किया गया था. पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत केंद्र सरकार किसानों को सालाना 6,000 रुपए देती है. PM Kisan Scheme के तहत प्रति लाभार्थी किसान को 3 बार में 2-2 हजार रुपए करके खाते में भेजे जाते हैं.
दिल्ली की बूढ़ी महिला जो 80-80 साल की है, वह पानी ढोने पर मजबूर है. जब जनता सरकार चुनती है, तो उम्मीद होती है कि कम से कम मूलभूत सुविधाएं मिलेंगी. पानी एक मूलभूत सुविधा है, लेकिन दिल्ली में पानी की कमी को लेकर दोनों तरफ से सियासत हो रही है. बीजेपी, आम आदमी पार्टी की सरकार को घेर रही है और बीजेपी पानी मुद्दे पर केजरीवाल सरकार को नाकाम करार दे रही है.