
'सीरिया के कसाई' को यूक्रेन में रूसी सेना की कमान, क्या है पुतिन का प्लान?
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Russia-Ukraine War: रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन पर जीत दिलाने की जिम्मेदारी अब जनरल अलेक्जेंडर ड्वोर्निकोव को सौंप दी है. जनरल ड्वोर्निकोव को 'सीरिया का कसाई' कहा जाता है. जनरल ड्वोर्निकोव की कमान में रूस ने सीरिया की जंग लड़ी थी.
Russia-Ukraine War: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन के साथ जंग को और लंबा खींचने के मूड में हैं. उन्होंने यूक्रेन जंग की कमान अब जनरल अलेक्जेंडर ड्वोर्निकोव को सौंप दी है. अमेरिका के मुताबिक, जनरल ड्वोर्निकोव लोगों पर अत्याचार और क्रूरता करने के लिए कुख्यात हैं. पुतिन ने जनरल ड्वोर्निकोव को कमान ऐसे समय में दी है, जब रूसी सेना पर यूक्रेन में 'नरसंहार' करने का आरोप लग रहा है.
जनरल ड्वोर्निकोव ने 1982 में प्लाटून कमांडर से अपना मिलिट्री करियर शुरू किया था. उन्होंने चेचन्या में लड़े गए दूसरे युद्ध और सीरिया की जंग में अहम भूमिका निभाई है. 2016 में रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने जनरल ड्वोर्निकोव को 'हीरो ऑफ रशिया मेडल' से नवाजा था. ये रूस के सबसे बड़े पुरस्कारों में से एक है. जनरल ड्वोर्निकोव 2016 से साउथ मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट की कमान संभाल रहे हैं.
जनरल ड्वोर्निकोव की नियुक्ति पर यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कहा कि वो (रूस) अब एक और नया प्लान लेकर आए हैं, लेकिन हमारे पास अपनी रणनीति है. वहीं, अमेरिकी नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (NSA) जैक सुलिवान ने CNN से बात करते हुए कहा कि ये जनरल यूक्रेनी लोगों के खिलाफ और ज्यादा अपराध और क्रूरता दिखाएगा.
सीरियाई सेना के लेफ्टिनेंट कर्नल फारेस अल-बायोश ने बताया कि ये कमांडर 'वॉर क्रिमिनल' है. उन्होंने कहा कि यूक्रेन में जनरल ड्वोर्निकोव को कमांड देने का मकसद एक ही समय में कई जगहों पर लड़ाई में तेजी लाना हो सकता है.
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सीरिया युद्ध में संभाली थी कमान

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार ने बहुत कुछ किया है. और अब वो आतंकियों और उनके संगठनों को चिह्नि्त कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर इस्लामिक स्टेट और इसी तरह के कई संगठनों को उन्होंने अलग-थलग किया है. अफगानिस्तान के नेतृत्व ने ड्रग्स नेटवर्क पर भी कार्रवाई की है. और वो इस पर और सख्ती करने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वहां जो होता है उसका असर होता है.

भारत दौरे से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए अपने 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, G8 और क्रिमिया को लेकर कई अहम बातें कही हैं. इंटरव्यू में पुतिन ने ना सिर्फ भारत की प्रगति की तारीफ की, बल्कि रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का भरोसा भी जताया.

यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन का आजतक से ये खास इंटरव्यू इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इसमें पहली बार रूस ने ट्रंप की शांति कोशिशों को इतनी मजबूती से स्वीकारा है. पुतिन ने संकेत दिया कि मानवीय नुकसान, राजनीतिक दबाव और आर्थिक हित, ये तीनों वजहें अमेरिका को हल तलाशने पर मजबूर कर रही हैं. हालांकि बड़ी प्रगति पर अभी भी पर्दा है, लेकिन वार्ताओं ने एक संभावित नई शुरुआत की उम्मीद जरूर जगाई है.







