सहारा रेगिस्तान में चौंकाने वाली घटना! तपने वाली रेत पर हुई बर्फबारी, वैज्ञानिकों ने बताया खतरे की घंटी
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सहारा रेगिस्तान में बर्फबारी की घटना चौंकाने वाली है. हालांकि पिछले कुछ वर्षों से रेगिस्तान में बर्फ गिरने की घटना देखी जा रही है. इससे वहां रहने वाले लोग काफी खुश हैं क्योंकि उन्हें बर्फबारी का आनंद रेगिस्तान में मिल रहा है.
दुनिया के सबसे गर्म रेगिस्तान सहारा में बर्फ गिरने की घटना इन दिनों चर्चा में है. सहारा का ये विशाल रेगिस्तान 11 देशों में फैला है. अल्जीरिया, चाड, मिस्र, लीबिया, माली, मॉरिटानिया, मोरक्को, नाइजर, पश्चिमी सहारा, सूडान और ट्यूनीशिया में इसका विस्तार है. यहां रेत के टीले 180 मीटर ऊंचे हो सकते हैं. इस क्षेत्र में पानी की कमी है. ऐसे शुष्क इलाके में बर्फबारी की घटना चौंकाने वाली है. (Photo- Karim Bouchetat/Instagram)
सहारा जहां तापमान काफी ज्यादा रहता है, वहां तापमान शून्य से भी नीचे चला गया और बर्फबारी होने लगी. ग्लोबल वार्मिंग के कारण सहारा रेगिस्तान के क्षेत्रफल में भी वृद्धि देखी जा रही है. एक शताब्दी पहले सहारा जितना बड़ा था, अब उसका क्षेत्रफल 10 प्रतिशत बढ़ गया है. अगर इसी तरह सहारा का क्षेत्रफल बढ़ता रहा तो आसपास के देशों में सूखे की स्थिति बढ़ सकती है. (Photo- Karim Bouchetat/Instagram)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने G7 सम्मेलन में इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और अमेरिकी प्रेसिडेंट जो बाइडेन समेत कई वर्ल्ड लीडर्स से मुलाकात की. भारत G7 का सदस्य नहीं है, फिर भी अपनी असरदार मौजूदगी दर्ज कराई. देखिए पीएम मोदी ने किन मुद्दों को दुनिया के सामने रखा.
'मेरे कमरे में लॉक नहीं है. जब भी किसी को जरूरत पड़े, आवाज देकर बुला लेता है, चाहे सुबह के 5 बजे हों, या आधी रात. कोई काम पसंद न आए, मालिक मुंह पर थूक देते हैं. मेरा काम थूक पोंछकर फिर काम पर लग जाना है.' भारत से काम की तलाश में खाड़ी मुल्क जाते मजदूरों पर तो बात होती है, लेकिन औरतों की तकलीफ यहां भी परदे की ओट में हैं. ये कहानी है जसमीत की, जो डेढ़ साल से 14 लोगों के घर में कैद हैं.
G7 मीटिंग के दौरान पीएम मोदी ने इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के साथ द्विपक्षीय बातचीत की. इस दौरान टेक्नोलॉजी समेत तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई. पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री मेलोनी से साइबर सिक्योरिटी के मुद्दे पर भी बात की. G7 के दौरान पीएम मोदी ने ये भी कहा कि भारत AI के लिए नीति बनाने वाले देशों में शामिल है.
G7 शिखर सम्मेलन के लिए इटली पहुंचे सभी नेताओं का प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने स्वागत किया. G7 समिट में इंडो पैसिफिक, अफ्रीका, जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण, सरणार्थी समस्या और AI से संबंधित चुनौतियों पर चर्चा होगी. भारत G7 का सदस्य नहीं है, लेकिन आउटरीच देश के तौर पर पीएम मोदी को आमंत्रित किया गया है. देखें US TOP 10.
कुवैत के मंगाफ में 12 जून को लगी भीषण आग में मारे गए 45 भारतीयों के शव लेकर भारतीय वायुसेना का स्पेशल एयरक्राफ्ट शुक्रवार को भारत पहुंचा. ये केरल के कोच्चि एयरपोर्ट पर लैंड हुआ, क्योंकि मृतकों में सबसे ज्यादा 23 लोग केरल के हैं. जान गंवाने वाले अन्य 22 लोगों में तमिलनाडु के 7, आंध्र-उत्तर प्रदेश के 3-3 और बिहार, ओडिशा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, झारखंड, हरियाणा, पंजाब और पश्चिम बंगाल के 1-1 लोग हैं.
इटली के दक्षिणी इलाके ब्रिनदिसी में कुछ दिनों पहले खालिस्तान समर्थकों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा से छेड़छाड़ की. उन्होंने यहां देश विरोधी नारे लिखे. हालांकि बाद में विदेश मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद प्रतिमा को ठीक करा दिया गया. अभी इस प्रतिमा का अनावरण होना है. पहले बताया गया था कि प्रधानमंत्री मोदी जी7 सम्मेलन में शामिल होने के दौरान इसका अनावरण करेंगे. हालांकि ऐसा नहीं हुआ.