संसद कांड के बाद बस से राजस्थान के कुचामन पहुंच गया था मास्टरमाइंड ललित झा, होटल में रुका, सबूत मिटाए, फिर दिल्ली आकर किया सरेंडर
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संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले में दिल्ली पुलिस एक्शन मोड में है. अब तक छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है. हर किसी की भूमिका के बारे में पता किया जा रहा है. पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ आतंकवाद के आरोप में एफआईआर दर्ज की है. आठ सुरक्षाकर्मियों को निलंबित किया गया है. इससे पहले गुरुवार शाम मुख्य आरोपी ललित मोहन झा कर्तव्य पथ पुलिस स्टेशन पहुंचा और सरेंडर कर दिया.
नई संसद में घुसपैठ कर स्मोक कैन चलाने का मामला गरमा गया है. इस मामले में अब तक छह आरोपियों की संलिप्तता सामने आई है. पांच को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. छठवां आरोपी हिरासत में है. ये सभी अलग-अलग पांच राज्यों के रहने वाले हैं. पुलिस ने आतंकवाद के आरोप में UAPA की धाराओं में एफआईआर दर्ज की है. इस पूरे मामले में सीनियर डीजीपी की अगुवाई की एक जांच कमेटी गठित की गई है. इसमें अलग-अलग एजेंसियों से जुड़े लोगों को शामिल किया गया है. जांच टीम 15-20 दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट स्पीकर को सौंपेगी. उसके बाद एक्शन लिया जाएगा. शुरुआती तौर पर आठ सुरक्षाकर्मियों को सस्पेंड किया गया है. मुख्य आरोपी ललित मोहन झा के बारे में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. जानिए अब तक 45 घंटे में क्या क्या हुआ...
बता दें कि 13 दिसंबर को संसद भवन पर हुए हमले की 22वीं बरसी थी. दोपहर एक बजे संसद में बीजेपी के सांसद खगेन मुर्मू चर्चा कर रहे थे, तभी विजिटर गैलरी यानी दर्शक दीर्घा से दो शख्स अचानक नीचे कूदे और हंगामा करने लगे. दोनों नारेबाजी की, फिर जूते में छिपाकर रखा गया कलर स्प्रे निकाला और हवा में उड़ा दिया. इससे सांसदों में डर फैल गया. हालांकि, बाद में दोनों आरोपियों को पकड़ा और पुलिस के हवाले कर दिया. ठीक उसी समय संसद के बाहर भी दो लोगों को हंगामा करते वक्त पकड़ा गया. इसमें एक महिला और एक युवक शामिल था.
'पूरे केस का मास्टरमाइंड निकला ललित मोहन झा'
इस पूरे घटनाक्रम में अब तक सात आरोपियों की संलिप्तता सामने आई है. ये आरोपी छह अलग-अलग राज्यों के रहने वाले हैं. सागर शर्मा (26 साल) उत्तर प्रदेश के लखनऊ का रहने वाला है. मनोरंजन डी (34 साल) कर्नाटक के मैसूर का रहने वाला है. नीलम (37 साल) हरियाणा के जींद जिले के गांव घासो खुर्द की रहने वाली है. अमोल शिंदे (25 साल) लातूर (महाराष्ट्र) के रहने वाले हैं. इसके अलावा, हरियाणा के रहने वाले ललित झा को भी गुरुवार शाम गिरफ्तार किया गया है. राजस्थान के रहने वाले महेश की भूमिका भी सामने आई है. महेश पुलिस की हिरासत में है. पुलिस का कहना है कि ललित झा इस पूरे कांड का मास्टरमाइंड है.
'दिल्ली से सीधे राजस्थान पहुंच गया था ललित'
पुलिस का कहना है कि मुख्य आरोपी ललित घटना के बाद दिल्ली से बस में सवार हुआ और राजस्थान के कुचामन पहुंच गया था. वहां होटल में रुका और सारे सबूट मिटा दिए. दो दिन बाद वापस दिल्ली आया और सरेंडर कर दिया. आरोपी ललित झा से देर रात कई घंटे पूछताछ हुई. दो डीसीपी और एडिशनल सीपी समेत स्पेशल सेल के कई इंस्पेक्टर्स ने पूछताछ की. सूत्रों के मुताबिक आरोपी ललित झा ने स्पेशल सेल के अधिकारियों को पूरी कहानी बताई. सूत्रों के मुताबिक, कई महीने पहले से तैयारी की जा रही थी. संसद में एंट्री के लिए पास जरूरी था, लेकिन पास की जुगाड़ नहीं हो पा रही थी. आरोपियों ने अपने दोस्तों में सबसे पूछा था कि पास कौन अरेंज कर सकता है, जिससे संसद के अंदर आराम से एंट्री मिल सके. ललित ने यह भी बताया कि उसने अपने सभी साथियों के फोन को राजस्थान में तोड़ कर फेंक दिया है. वो दिल्ली से भागकर सीधा राजस्थान में अपने दोस्त महेश के यहां पहुंचा. महेश ने उसे कुचामन में एक होटल में कमरा दिलवाया.
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