
'संयम बरतें, कूटनीति का रास्ता अपनाएं...', PAK-अफगान की टेंशन पर दुनिया की सलाह, भारत ने क्या कहा
AajTak
अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर झड़पों में तनाव बढ़ गया है. तालिबान ने दावा किया है कि उसने पाकिस्तान की कई चौकियों पर कब्जा कर लिया है, जबकि पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है. ईरान, सऊदी अरब और कतर ने संयम की अपील की है, वहीं भारत ने पाकिस्तान के आरोपों को सिरे से खारिज किया है.
अफगानिस्तान और पाकिस्तान की सीमा पर शनिवार देर रात हिंसक झड़पें भड़क उठीं. अफगान रक्षा मंत्रालय का दावा है कि तालिबान की अगुवाई वाली अफगान सेना ने दुरंड रेखा के पार पाकिस्तान की कई सैन्य चौकियों पर कब्जा कर लिया है. ये झड़पें कुनर और हेलमंद प्रांतों के साथ-साथ पक्तिया के आरियूब इलाके तक फैल गई हैं. तालिबान के लड़ाके काबुल में पाकिस्तान के हालिया एयरस्ट्राइक का जवाब दे रहे हैं.
अफगान रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, "तालिबान बलों ने दुरंड रेखा के पार कुनर और हेलमंद प्रांतों में पाकिस्तानी सेना की कई चौकियों पर कब्जा किया है." इस संघर्ष में कम से कम 12 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं और कई घायल हुए हैं. बहरामचा जिले के शकीज, बीबी जानी और सालेहान इलाकों में भीषण लड़ाई जारी है.
यह भी पढ़ें: बॉर्डर के साथ इन 6 प्रातों में भी हिंसक झड़प, कई सैन्य ठिकाने नष्ट... PAK-अफगान संघर्ष में अब तक क्या-क्या हुआ?
तालिबान सरकार के प्रवक्ता एनायत खोवारज़मी ने कहा, "अगर दूसरी तरफ ने फिर अफगानिस्तान की हवाई सीमा का उल्लंघन किया, तो हमारी सशस्त्र सेनाएं अपनी सीमा की रक्षा के लिए तैयार हैं और दृढ़ता से जवाब देंगी."
पाकिस्तान ने बॉर्डर टेंशन पर क्या कहा?
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा, "अफगानिस्तान को पाकिस्तान के खिलाफ हमलों के लिए बेस बनाया जा रहा है, और इसके सबूत और प्रमाण मौजूद हैं... पाकिस्तान के लोगों की जान और माल की रक्षा के लिए जो जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए, वे उठाए जाएंगे और उठाए जाते रहेंगे."

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार ने बहुत कुछ किया है. और अब वो आतंकियों और उनके संगठनों को चिह्नि्त कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर इस्लामिक स्टेट और इसी तरह के कई संगठनों को उन्होंने अलग-थलग किया है. अफगानिस्तान के नेतृत्व ने ड्रग्स नेटवर्क पर भी कार्रवाई की है. और वो इस पर और सख्ती करने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वहां जो होता है उसका असर होता है.

भारत दौरे से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए अपने 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, G8 और क्रिमिया को लेकर कई अहम बातें कही हैं. इंटरव्यू में पुतिन ने ना सिर्फ भारत की प्रगति की तारीफ की, बल्कि रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का भरोसा भी जताया.

यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन का आजतक से ये खास इंटरव्यू इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इसमें पहली बार रूस ने ट्रंप की शांति कोशिशों को इतनी मजबूती से स्वीकारा है. पुतिन ने संकेत दिया कि मानवीय नुकसान, राजनीतिक दबाव और आर्थिक हित, ये तीनों वजहें अमेरिका को हल तलाशने पर मजबूर कर रही हैं. हालांकि बड़ी प्रगति पर अभी भी पर्दा है, लेकिन वार्ताओं ने एक संभावित नई शुरुआत की उम्मीद जरूर जगाई है.







