
शादी के दो महीने बाद ही 18 साल की बीवी से हुआ तलाक? पाकिस्तानी सांसद ने बताया सच
AajTak
पाकिस्तान के सांसद और मशहूर टीवी होस्ट आमिर लियाकत हुसैन को लेकर ऐसी अफवाहें सामने आई कि वो हाल ही में हुई अपनी शादी से अलग हो गए हैं. उन्होंने 18 साल की दानिया सिद्दीकी से फरवरी में शादी की थी. हालांकि, आमिर ने अब ये स्पष्ट कर दिया है कि वो दानिया के साथ हैं.
पाकिस्तान के सांसद और इमरान खान की पार्टी पीटीआई के पूर्व नेता 49 वर्षीय आमिर लियाकत हुसैन ने जब इसी साल फरवरी में 18 साल की सैयदा दानिया शाह से शादी की, तब वो कई दिनों तक सुर्खियों में बने रहे थे. अब एक बार फिर पाकिस्तान के ये नेता और मशहूर टीवी होस्ट सुर्खियों में हैं. दरअसल, ऐसी खबरें सामने आ रही थीं कि शादी के दो महीनों के बाद ही कपल ने तलाक ले लिया है. कपल ने अब सामने आकर इन खबरों की सच्चाई बताई है.
आमिर ने अपनी पुरानी पार्टी पीटीआई पर आरोप लगाया है कि पार्टी और उसके 'किराए के लोग' ये अफवाह फैला रहे हैं कि उन्होंने दानिया से तलाक ले लिया है. आमिर ने दानिया से तलाक की खबरों का खंडन करते हुए पीटीआई को धमकी दी है.
उन्होंने अपने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, 'पीटीआई और उसके भाड़े के लोग अफवाह फैला रहे हैं कि मैंने दानिया से नाता तोड़ लिया है. मैं इन सभी अफवाहों का खंडन करता हूं. हम (आमिर-दानिया) एक-दूसरे से बेहद प्यार करते हैं.'
धमकी भरे अंदाज में उन्होंने आगे लिखा, 'मैंने पीटीआई और उनके किराए के गुंडों को चेतावनी दी है. मेरे घर में घुसने की कोशिश मत करना नहीं तो कुछ नहीं बचेगा.'
आमिर-दानिया के तलाक की अफवाहों पर कई पत्रकारों और सोशल मीडिया पेज ने खबरें लगाई थी कि दोनों ने तलाक ले लिया है, जिसे लेकर आमिर ने उन्हें धमकी दी है. आमिर ने कहा है कि वो पाकिस्तान की सर्वोच्च खुफिया एजेंसी (Federal Investigation Agency) के संपर्क में हैं और तलाक की फर्जी खबरें फैलाने वालों को गिरफ्तार किया जाएगा.
दानिया शाह ने भी इंस्टाग्राम के जरिए तलाक की खबरों को अफवाह बताया है. दानिया ने पोस्ट में लिखा, 'अफवाह तो बस अफवाह हैं. हम किसी को झूठी खबर नहीं फैलाने देंगे. आमिर दानिया के हैं और दानिया आमिर की है.' दानिया ने पोस्ट के साथ एक वीडियो भी शेयर किया है जिसमें वो कह रही हैं, 'मैं दानिया आमिर हूं और हम दोनों एक हैं. हम दोनों अलग नहीं हैं. अफवाह फैलाना बंद करें.'

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.







