
शशि थरूर के 'मौन व्रत' के बाद मनीष तिवारी ने सुनाई 'भारत की बात'! प्रमोद तिवारी बोले- कांग्रेस में ऑल इज वेल
AajTak
लोकसभा मे सोमवार से ऑपरेशन सिंदूर पर 16 घंटे की चर्चा जारी है और मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के जवाब के साथ इसका अंत होगा, जबकि बीते दिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चर्चा की शुरुआत की थी और उनके बाद कांग्रेस की ओर से गौरव गोगोई ने पार्टी का पक्ष रखा था.
है प्रीत जहां की रीत सदा, मैं गीत वहां के गाता हूं, भारत का रहने वाला हूं, भारत की बात सुनाता हूं... साल 1970 में आई फिल्म 'पूरब और पश्चिम' के इस गीत की लाइनों को अपने एक्स पर पोस्ट कर कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने अपना रुख साफ कर दिया है. इस पोस्ट के साथ उन्होंने एक आर्टिकल भी शेयर किया है, जिसमें लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान वक्ताओं की लिस्ट से उन्हें बाहर रखने का जिक्र था, क्योंकि उन्होंने सरकार के पक्ष में बोला था.
ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा से बाहर
लोकसभा मे सोमवार से ऑपरेशन सिंदूर पर 16 घंटे की चर्चा जारी है और मंगलवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के जवाब के साथ इसका अंत होगा, जबकि बीते दिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चर्चा की शुरुआत की थी. लेकिन सबसे हैरानी का बात यह है कि कांग्रेस ने इस मुद्दे पर जिन वक्ताओं की लिस्ट दी है, उसमें मनीष तिवारी और शशि थरूर का नाम ही नही है.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मनीष तिवारी ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के दफ्तर को मेल किया था और चर्चा में बोलने की इच्छा जताई थी. लेकिन कांग्रेस की ओर से जारी की गई वक्ताओं की लिस्ट में गौरव गोगोई, प्रियंका गांधी वाड्रा, दीपेंद्र हुड्डा, बिजेंद्र एस ओला, प्रणीति एस शिंदे, सप्तगिरि उलाका का नाम था, लिस्ट में थरूर और मनीष तिवारी को जगह नहीं दी गई थी.
ये भी पढ़ें: कांग्रेस ने कहा- पार्टी लाइन पर बोलना होगा... ऑपरेशन सिंदूर पर बोलने से शशि थरूर का इनकार
यह दोनों कांग्रेसी ऑपरेशन सिंदूर के बाद विदेशों का दौरा करने वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे और उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का खुलकर समर्थन किया था. दौरे से लौटकर इन दोनों नेताओं ने डेलीगेशन के बाकी सदस्यों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात भी की थी. हालांकि कांग्रेस की तरफ से डेलीगेशन के लिए इन दोनों ही नेताओं का नाम नहीं दिया गया था, लेकिन केंद्र सरकार ने अपनी मर्जी से इन दोनों वरिष्ठ नेताओं को सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बनाया था.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.







