शरद पवार के इस दांव से कहीं विपक्ष में भी अलग-थलग न पड़ जाए कांग्रेस?
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देश के पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद सभी विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने की मुहिम नए सिरे से शुरू हो सकती है. एनसीपी प्रमुख शरद पवार के अल्टरनेटिव प्रोग्रेसिव मंच के दांव से विपक्ष में कांग्रेस क्या अलग-थलग पड़ जाएगी?
कांग्रेस अपने नेतृत्व को लेकर लंबे समय से असमंजस से जूझ रही है तो दूसरी तरफ उसके तमाम सहयोगी दल भी अपनी अलग सियासी राह तलाश रहे हैं. पश्चिम बंगाल सहित देश के पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के बाद सभी विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने की मुहिम नए सिरे से शुरू हो सकती है. एनसीपी प्रमुख शरद पवार गैर-बीजेपी-गैर कांग्रेसी दलों को एकजुट करने की कोशिशों में जुटे हैं, जिसका संकेत भी दिया है. पवार के अल्टरनेटिव प्रोग्रेसिव मंच के दांव से विपक्ष में कांग्रेस क्या अलग-थलग पड़ जाएगी? शरद पवार ने मंगलवार को कहा कि देश में इस समय एक तीसरे मोर्चे की जरूरत है और इसके लिए विभिन्न दलों से बातचीत भी हो रही है. उन्होंने कहा कि सीताराम येचुरी ने भी इसी बात की वकालत की है. वहीं, शिवसेना पहले ही शरद पवार की अगुवाई में विपक्षी दलों को एकजुट करने का प्रस्ताव रख चुकी है और अब टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी से लेकर सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी तक अपनी दिलचस्पी दिखा रहे हैं. हालांकि, शरद पवार ने यह भी कहा कि अभी तक तीसरे मोर्चे को लेकर कोई आकार नहीं दिया गया है.केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर 1,495 वाहनों की क्षमता वाले बीस पार्किंग स्थल स्थापित किए. उन्होंने पार्किंग प्रबंधन के लिए एक क्यूआर कोड-आधारित प्रणाली शुरू की. उन्होंने यमुनोत्री और गंगोत्री यात्रा मार्गों पर नियंत्रित वाहन आवाजाही के लिए 3-4 होल्डिंग पॉइंट बनाए. केदारनाथ मार्ग पर बेहतर यातायात प्रबंधन के लिए सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए हैं.
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