वैक्सीन की पहली डोज के मुकाबले वायरस से ब्लड क्लॉट होने का खतरा ज्यादा: रिसर्च
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जॉन्सन एंड जॉन्सन और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन लेने के बाद कुछ जगहों पर ब्लड क्लॉट के मामले सामने आए थे. ऐसे में अब ब्रिटेन में हुई एक रिसर्च से सामने आया है कि एस्ट्राजेनेका या फाइजर की वैक्सीन की पहली डोज की तुलना में कोरोना वायरस के संक्रमण से ब्लड क्लॉट होने का ज्यादा खतरा है.
एक साल से ज्यादा होने के बाद अभी भी पूरी दुनिया के वैज्ञानिक कोरोना के नए-नए लक्षणों और उससे जुड़ीं दिक्कतों को समझने की कोशिश कर रहे हैं. हाल ही में न्यू जर्सी के रटगर्स यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं को अपनी स्टडी में पहला ऐसा मामला मिला था जिसमें कोरोना की वजह से मरीज के बाजू में खतरनाक ब्लड क्लॉटिंग हो गई. जिसे लेकर दुनिया भर में काफी बवाल हुआ. वैक्सीन पर कुछ दिनों के लिए अस्थाई रोक लगा दी गई. जॉन्सन एंड जॉन्सन और एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन लेने के बाद कुछ जगहों पर ब्लड क्लॉट के मामले सामने आए थे. ऐसे में अब ब्रिटेन में हुई एक रिसर्च से सामने आया है कि एस्ट्राजेनेका या फाइजर की वैक्सीन की पहली डोज की तुलना में कोरोना वायरस के संक्रमण से ब्लड क्लॉट होने का ज्यादा खतरा है.More Related News