वह गांव, जिसे आबाद करने का सपना CDS Bipin Rawatके जीते न हो सका पूरा
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भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ ( CDS) जनरल बिपिन रावत के निधन से पूरा देश शोक में है. तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को उनका हेलीकॉप्टर क्रैश होने से सीडीएस रावत और उनकी पत्नी मधुलिका समेत 13 लोगों का निधन हो गया. कई साल पहले जनरल बिपिन रावत ने एक सपना देखा था जो अब अधूरा रह गया. उत्तराखंड के सेंड गांव में उनका एक छोटा सा घर है जो कई सालों से बंद था. उनका सपना था कि वो उन बंद घरों को खोलें और लोगों को वापस लेकर आएं, जो लोग इस गांव से दूर चले गए हैं. जनरल रावत का मानना था कि उनलोगों को उत्तराखंड की खूबसूरत धरती पर आने की जरुरत है ताकि वो एक अच्छी हवा के साथ अपना जीवन बिता सकें. देखें ये वीडियो.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.