लव, सेक्स और धोखा: FB पर दोस्ती, शादी का झांसा देकर बनाए संबंध, अब फरार है इस मंत्री का दबंग बेटा
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ये कहानी है राजस्थान सरकार के एक ताकतवर मंत्री के दबंग बेटे और राजस्थान की एक बेटी की. उस बेटी की जिसे मंत्री के बेटे ने भंवरी देवी की कहानी दोहराने की धमकी दे डाली है. राजस्थान की बेटी ने दिल्ली में आरोपी मंत्री पुत्र के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
राजस्थान के एक मंत्री के बेटे पर राजस्थान की एक लड़की ने रेप का इल्जाम लगाया है. इस मामले को लेकर दिल्ली में एक एफआईआर दर्ज हुई है. जिसके मुताबिक मंत्री के बेटे ने शादी का झांसा देकर ना सिर्फ लड़की के साथ जबरदस्ती की, बल्कि उसकी अश्लील तस्वीरें उतार कर वो उसे लगातार ब्लैकमेल भी करता रहा. इतना ही नहीं मंत्री के बेटे ने लड़की को ये भी धमकी दी कि अगर उसने अपना मुंह खोला तो उसका अंजाम भी वही होगा, जो कभी भंवरी देवी का हुआ था. दिल्ली पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद मंत्री का बेटा अभी तक हाथ नहीं आया है.
ये कहानी है राजस्थान सरकार के एक ताकतवर मंत्री के दबंग बेटे और राजस्थान की एक बेटी की. उस बेटी की जिसे मंत्री के बेटे ने भंवरी देवी की कहानी दोहराने की धमकी दे डाली है. राजस्थान की बेटी ने दिल्ली में आरोपी मंत्री पुत्र के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. पुलिस शिकायत पर कार्रवाई भी कर रही है. लेकिन अभी तक मंत्री का दबंग बेटा दिल्ली पुलिस की पहुंच से बाहर है.
भंवरी देवी तो याद होंगी ना आपको? वही भंवरी देवी, जिसने एक वक्त राजस्थान की सियासत में भूचाल ला दिया था. बाद में उसी भंवरी देवी को बड़ी बेरहमी से मार दिया गया था. तब इस केस में राजस्थान के मंत्री समेत कई नेता नाप दिए गए थे. उसी राजस्थान की सरज़मीन से एक मंत्री के बेटे ने राजस्थान की एक बेटी को ये धमकी दी है कि अगर उसने अपना मुंह खोला, तो राजस्थान एक और भंवरी देवी को देखेगा. पर कमाल देखिए एफआईआर की शक्ल में कानून के पन्नो पर मंत्री के बेटे का काला-चिट्ठा काले अक्षरों में लिखा होने के बावजूद राजस्थान की सरकार और पुलिस आंखें मूंदे है. सत्ता, ताकत, हैसियत और हुकूमत के बीच से निकली ये वो कहानी है, जिसे अगर वक्त रहते अंजाम तक नहीं पहुंचाया गया, तो सचमुच कोई हैरत नहीं होगी कि राजस्थान में एक बार फिर से भंवरी देवी की कहानी दोहरा दी जाए.
दिल्ली के सदर बाज़ार थाने में दर्ज इस मामले की एफआईआर महज FIR नहीं है. इस एफआईआर की हर लाइन कहानी है उस दरिंदगी की, जिसे राजस्थान के मंत्री महेश जोशी के साहबज़ादे रोहित जोशी ने एक बेबस लड़की पर ढाए. राजस्थान से लेकर हिमाचल और हिमाचल से लेकर दिल्ली तक मंत्री के साहबज़ादे ने जब जहां मौक़ा मिला, उस बेबस मज़लूम लड़की को मारा-पीटा, नोचा खसोटा और बार-बार उसकी अस्मत को तार-तार किया. शायद लड़की को भी पता था कि सत्ता में बैठे लोगों के ईशारे पर राजस्थान में तो इंसाफ़ मिलने से रहा. इसीलिए उसने दिल्ली पुलिस के सामने अपनी आपबीती सुनाई. और दिल्ली पुलिस ने मंत्री के बेटे के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज की.
एफ़आईआर दर्ज करने के बाद से दिल्ली पुलिस की एक टीम ने जयपुर के कई चक्कर काटे, लेकिन रोहित जोशी हाथ नहीं लगा. राजस्थान पुलिस ने भी उसे पकड़वाने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई. यही वजह है कि रेप का एक आरोपी सबकी आंखों के सामने होते हुए भी अब तक क़ानून से दूर है. आख़िर ये पूरा मामला है क्या? ये लड़की कौन है? मंत्री के बेटे के चंगुल में कैसे फंसी? रेप के इस केस में भंवरी देवी कहां से आ गई? तो आइए सबसे पहले सिलसिलेवार पूरी कहानी समझते हैं. कहानी एफ़आईआर की ज़ुबानी.
इस कहानी की शुरुआत हुई साल 2021 के शुरुआती दिनों में, जब रोहित के साथ पीड़ित लड़की की फ़ेसबुक पर मुलाक़ात हुई. जल्द ही ये मुलाक़ात बातचीत और फिर दोस्ती में बदल गई. अब रोहित और लड़की मिलना-जुलना शुरू हो गया. लेकिन कहानी में असली ट्विस्ट तब आया, जब शादीशुदा रोहित ने ख़ुद को लड़की के सामने बेचारा बना कर पेश किया. उसने कहा कि उसकी अपनी पत्नी से बिल्कुल भी नहीं बनती है, वो हमेशा ही उससे लड़ती झगड़ती रहती है. ऐसे में धीरे-धीरे लड़की के मन में रोहित के प्रति हमदर्दी पैदा हो गई. लेकिन रोहित ने उसकी इसी हमदर्दी की फायदा उठाया.
केरल में ड्राइविंग के दौरान नियमों की धजी उड़ाने वाले शख्स पर कार्रवाई करते हुए मोटर व्हीकल विभाग ने तीन महीने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड कर दिया है. अलप्पुझा के क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) आर. रामनन की जांच के बाद आरोपी पुजारी बैजू विंसेंट के खिलाफ कार्रवाई करते हुए तीन महीने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड कर किया गया है.
दिल्ली-कनाडा फ्लाइट को बीते सप्ताह उड़ाने की धमकी एक मेल के जरिए दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने 13 साल के एक बच्चे को पकड़ा है. यह मेल बच्चे ने हंसी-मजाक में भेज दिया था. वह यह देखना चाहता था कि धमकी भरा मेल भेजने के बाद पुलिस उसे ट्रेस कर पाती है या नहीं. अब उसे जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया जाएगा.
‘जिस घर में कील लगाते जी दुखता था, उसकी दीवारें कभी भी धसक जाती हैं. आंखों के सामने दरार में गाय-गोरू समा गए. बरसात आए तो जमीन के नीचे पानी गड़गड़ाता है. घर में हम बुड्ढा-बुड्ढी ही हैं. गिरे तो यही छत हमारी कबर (कब्र) बन जाएगी.’ जिन पहाड़ों पर चढ़ते हुए दुख की सांस भी फूल जाए, शांतिदेवी वहां टूटे हुए घर को मुकुट की तरह सजाए हैं. आवाज रुआंसी होते-होते संभलती हुई.