
'रूस से दोस्ती पड़ सकती है भारी', अमेरिकी सांसद ने भारत को क्यों दी चेतावनी
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भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि भारत एशिया में अपनी सीमाओं पर संभावित हमले के खिलाफ बचाव के लिए रूस को एक भरोसेमंद दोस्त के रूप में देखेगा. इसकी वजह यही है कि अब रूस के रिश्ते चीन से लगातार घनिष्ठ हो रहे हैं.
रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद से मॉस्को और चीन की दोस्ती लगातार मजबूत होती जा रही है. ऐसे में भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद रो खन्ना (Ro Khanna) ने भारत को आगाह किया है कि अब वह रूस को एक 'भरोसेमंद दोस्त' के तौर पर नहीं देखे.
सिलिकॉन वैली से सांसद रो खन्ना ने यूक्रेन युद्ध के मद्देनजर रूस से चीन की करीबियां बढ़ने का हवाला देते हुए कहा कि अब रूस को भारत का भरोसेमंद दोस्त नहीं समझा जा सकता.
कांग्रेसनल कॉकस ऑन इंडिया एंड इंडियन-अमेरिकन्स के सह-अध्यक्ष खन्ना ने मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मुझे नहीं लगता कि भारत एशिया में अपनी सीमाओं पर संभावित हमले के खिलाफ बचाव के लिए रूस को एक भरोसेमंद दोस्त के रूप में देखेगा. इसकी वजह यही है कि अब रूस के रिश्ते चीन से लगातार घनिष्ठ हो रहे हैं. भारतीय जानते हैं कि रूस की तुलना में अमेरिका उसका अधिक भरोसेमंद दोस्त है.
'रूस के बजाए अमेरिका से दोस्ती भारत के लिए सही'
कैलिफोर्निया की 17वीं कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट से अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य खन्ना ने कहा कि चीन के खिलाफ मजबूती से खड़े रहने के लिए अमेरिका के साथ संबंधों को बढ़ाना भारत के हित में है. यह भारत की विदेश नीति के लिए बहुत जरूरी है.
उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री जयशंकर ने स्पष्ट किया है कि इसका यह मतलब नहीं है कि भारत को अमेरिका के हितों के हिसाब से कदमताल करना होगा. लेकिन अमेरिका के साथ आगे बढ़ना रणनीतिक तौर पर सही होगा.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

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भारत दौरे से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए अपने 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, G8 और क्रिमिया को लेकर कई अहम बातें कही हैं. इंटरव्यू में पुतिन ने ना सिर्फ भारत की प्रगति की तारीफ की, बल्कि रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का भरोसा भी जताया.

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