
रूस में जयशंकर ने चीन से दुश्मनी और दोस्ती पर दिया दो टूक जवाब
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विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को चीन के सबसे करीबी दोस्त रूस के घर में उसे खरी-खरी सुनाई. एस. जयशंकर ने कहा कि पिछले एक साल से भारत-चीन संबंधों को लेकर चिंता काफी बढ़ी है क्योंकि बीजिंग ने सीमा मुद्दे पर समझौतों पर ध्यान नहीं दिया है, जिससे द्विपक्षीय संबंधों की नींव हिल गई है.
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को चीन के सबसे करीबी दोस्त रूस के घर में उसे खरी-खरी सुनाई. एस. जयशंकर ने कहा कि पिछले एक साल से भारत-चीन संबंधों को लेकर चिंता काफी बढ़ी है क्योंकि बीजिंग ने सीमा मुद्दे पर समझौतों पर ध्यान नहीं दिया है, जिससे द्विपक्षीय संबंधों की नींव हिल गई है. मॉस्को में प्रिमाकोव इंस्टीट्यूट ऑफ वर्ल्ड इकोनॉमी एंड इंटरनेशनल रिलेशंस में चीन-भारत संबंधों पर एक सवाल के जवाब में विदेश मंत्री ने यह बात कही. (फोटो-Getty Images) एस. जयशंकर ने कहा, 'पिछले चालीस वर्षों में चीन के साथ भारत के रिश्ते लगभग स्थिर रहे हैं. दोनों के बीच थोड़ा बहुत तनाव जरूर रहा है लेकिन आम तौर पर संबंध बेहतर ही रहे हैं. मगर पिछले एक साल से सीमा विवाद के कारण दोनों के रिश्तों को लेकर चिंता बढ़ी है क्योंकि चीन ने अपनी तरफ से सीमा को लेकर समझौतों का सम्मान नहीं किया है. इससे दोनों के बीच भरोसे पर असर पड़ा है.' (फोटो-Getty Images)
भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार ने बहुत कुछ किया है. और अब वो आतंकियों और उनके संगठनों को चिह्नि्त कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर इस्लामिक स्टेट और इसी तरह के कई संगठनों को उन्होंने अलग-थलग किया है. अफगानिस्तान के नेतृत्व ने ड्रग्स नेटवर्क पर भी कार्रवाई की है. और वो इस पर और सख्ती करने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वहां जो होता है उसका असर होता है.

भारत दौरे से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए अपने 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, G8 और क्रिमिया को लेकर कई अहम बातें कही हैं. इंटरव्यू में पुतिन ने ना सिर्फ भारत की प्रगति की तारीफ की, बल्कि रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का भरोसा भी जताया.

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