![रूम नं-16, अजब बीमारी और जेल का खेल... कवयित्री मधुमिता शुक्ला मर्डर के दोषी ने ऐसे काटी उम्रकैद!](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202308/amarmani-madhumita-sixteen_nine.jpg)
रूम नं-16, अजब बीमारी और जेल का खेल... कवयित्री मधुमिता शुक्ला मर्डर के दोषी ने ऐसे काटी उम्रकैद!
AajTak
यूपी सरकार के एक फरमान ने राज्य के बाहूबली नेता, छह बार के विधायक और तीन-तीन सरकारों में कैबिनेट मंत्री रहे अमरमणि त्रिपाठी की रिहाई का रास्ता साफ कर दिया. बीते शुक्रवार को वो रिहा भी हो गए. लेकिन अभी भी वो अस्पताल में ही हैं. इसके पीछे एक पूरी कहानी है.
Madhumita Shukla Murder Case: वो सात महीने की गर्भवती महिला थी, जिसका कत्ल करने के इल्जाम में उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेता अमरमणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी मधु त्रिपाठी जेल में उम्रकैद की सजा काट रहे थे. मगर पिछले हफ्ते अचानक यूपी सरकार ने एक फरमान जारी किया. जिसमें लिखा था कि दोनों दोषियों ने 20 साल से ज्यादा की सजा काट ली है और उनके अच्छे बर्ताव को देखते हुए उन्हें जेल से रिहा किया जाता है. मगर हैरानी की बात ये है कि इन बीस सालों में से साढ़े आठ साल तो इन दोनों ने अस्पताल में ही गुजारे हैं.
यूपी सरकार का फरमान
दरअसल, वो यूपी सरकार का आदेश है, जिसने राज्य के बाहूबली नेता, छह बार के विधायक और तीन-तीन सरकारों में कैबिनेट मंत्री रहे अमरमणि त्रिपाठी की रिहाई का रास्ता साफ कर दिया. बीते शुक्रवार को वो रिहा भी हो गए. वही अमरमणि त्रिपाठी जिनपर सात महीने की एक एक गर्भवती महिला की हत्या का इलजाम था और जिसके लिए देश की हर अदालत ने उन्हें उम्र कैद की सजा सुनाई थी. सिर्फ उन्हें नहीं बल्कि इस कत्ल के लिए उनकी पत्नी मधुमणि को भी यही सजा मिली थी. अब यूपी सरकार के एक आदेश की एक लाइन को ध्यान से देखें. जहां लिखा है कि अमरमणि त्रिपाठी ने 22 नवंबर 2022 तक कुल बीस साल एक महीना और 19 दिन जेल में काटे और जेल में उनके अच्छे आचरण को देखते हुए उन्हें रिहा कर दिया जाए.
अस्पताल में ज्यादा रहे त्रिपाठी दंपति
यूपी सरकार के आदेश के हिसाब से अमरमणि और उनकी पत्नी ने बीस साल से ज्यादा जेल में सजा काटी है. पर अब आपको वो सच बताने जा रहा हैं, जिसे सुनने के बाद उम्र कैद की सजा काट रहा देश का हर कैदी खुद को कोसेगा कि उसके साथ सरकार या कानून ने नाइंसाफी क्यों की? तो पूर्व माननीय विधायक और मंत्री जी की उम्र कैद का कुल जोड़-घटाव ये है कि 2013 यानी पिछले दस साल में दोनों मियां-बीवी सिर्फ 16 महीने ही जेल में रहे. पिछले दो साल यानी 2021 से अब तक तो दोनों जेल गए ही नहीं. और तो और दोनों की रिहाई का परवाना भी उन्हें जेल में नहीं बल्कि गोरखपुर के बीआरडीओ अस्पताल में मिला. खुद जेलर साहब मुस्कुराते हुए वो परवाना लेकर शुक्रवार को अस्पताल पहुंचे थे.
सरकारी अस्पताल के खास कमरे में था ठिकाना
![](/newspic/picid-1269750-20240610130033.jpg)
जम्मू के रियासी जिला अस्पताल में आतंकी हमले के बाल बच्चे भर्ती हैं. इन मासूम बच्चों को देखकर किसी का भी कलेजा फट सकता है. आतंकवादियों ने जो बर्बरता की है, उसके प्रमाण आप देख सकते हैं. श्रद्धालुओं ने जब आतंकवादी हमले की कहानी सुनाई, तो दिल दहल गया. आप उन आतंकवादियों की बर्बरता का अंदाजा नहीं लगा सकते.
![](/newspic/picid-1269750-20240610114525.jpg)
महाराष्ट्र के ठाणे में ठगों ने यूपी पुलिस का अधिकारी बनकर एक कारोबारी को करीब 20 लाख रुपये का चूना लगा दिया. ठगों ने कारोबारी को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाने की धमकी दी थी और गिरफ्तारी से बचने के लिए पैसों की मांग की थी. पैसे देने के बाद जब कारोबारी ने लखनऊ में फोन कर यूपी पुलिस थाने में जानकारी ली तो उसे पता चला कि उसके खिलाफ कोई केस ही नहीं है.
![](/newspic/picid-1269750-20240610110611.jpg)
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना भी मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से नाराज हो गई है. पार्टी के चीफ व्हिप श्रीरंग बारणे का कहना है कि उनकी पार्टी ने सात सीटें जीती हैं और बावजूद इसके उन्हें कोई कैबिनेट मंत्रालय नहीं दिया गया. उनका कहना है कि एनडीए के अन्य घटक दलों को कम सीट मिलने पर भी कैबिनेट में जगह मिली है.