राहुल गांधी फिर बने अध्यक्ष, यूथ को ज्यादा से ज्यादा मिले मौका, देखें कांग्रेस चिंतन शिविर की अहम बातें
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कांग्रेस का राजस्थान के उदयपुर में तीन दिन का चिंतन शिविर खत्म हो गया. माना जा रहा था कि कांग्रेस के इस चिंतन शिविर में पार्टी नेतृत्व, कांग्रेस के सामने मौजूदा चुनौतियों, 2024 लोकसभा चुनाव कैसे जीता जाए, जैसे मुद्दों पर रणनीति तैयार करेगी. लेकिन इस चिंतिन शिविर के बावजूद नेतृत्व की समस्या, चुनाव की रणनीति जैसे मुद्दे अनसुलझे रह गए. चुनाव कैसे जीते जाते हैं? 2022 से 2027 तक कांग्रेस का नेतृत्व कौन करेगा? बहुसंख्यकवाद और बाहुबल राष्ट्रवाद का मुकाबला कांग्रेस कैसे करना चाहिए? पंचायत से लेकर संसद तक किसी भी स्थिति में सभी पदों को नियंत्रित करने के लिए टीम राहुल को तैनात किया गया है. वहीं, नए अध्यक्ष का कार्यकाल 2022 से 2027 तक होगा. क्या कांग्रेस इतनी लंबी अवधि के लिए एक गैर-गांधी को अध्यक्ष पद पर स्वीकार कर सकती है.
‘जिस घर में कील लगाते जी दुखता था, उसकी दीवारें कभी भी धसक जाती हैं. आंखों के सामने दरार में गाय-गोरू समा गए. बरसात आए तो जमीन के नीचे पानी गड़गड़ाता है. घर में हम बुड्ढा-बुड्ढी ही हैं. गिरे तो यही छत हमारी कबर (कब्र) बन जाएगी.’ जिन पहाड़ों पर चढ़ते हुए दुख की सांस भी फूल जाए, शांतिदेवी वहां टूटे हुए घर को मुकुट की तरह सजाए हैं. आवाज रुआंसी होते-होते संभलती हुई.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और नितिन गडकरी से सोमवार को नई दिल्ली में मुलाकात की. भाजपा के तीनों नेताओं ने रविवार को मोदी-3.0 में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी. 2024 लोकसभा चुनाव जीतने के बाद तीनों वरिष्ठ नेताओं से योगी आदित्यनाथ की यह पहली मुलाकात है.
पाकिस्तान के पूर्व पीएम नवाज शरीफ ने बधाई देते हुए कहा कि तीसरी बार पद्भार संभालने पर मोदी जी को मेरी हार्दिक बधाई. हालिया चुनावों मं आपकी पार्टी की जीत से आपके नेतृत्व में लोगों के विश्वास का पता चलता है. आइए, नफरत को उम्मीद से खत्म कर दें और दक्षिण एशिया के दो अरब लोगों के भाग्य को चमकाने के लिए इस अवसर का लाभ उठाएं.