राजस्थानः स्टेज पर पैरों के पास महाराणा प्रताप का रखा चिन्ह, मचा बवाल तो बीजेपी अध्यक्ष ने मांगी माफी
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राजस्थान के राजपूत बहुल सीट वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव से पहले महाराणा प्रताप से जुड़ी एक तस्वीर से विवाद पैदा हो गया. हालांकि विवाद ज्यादा बढ़ता इससे पहले ही राज्य के बीजेपी अध्यक्ष सतीश पुनिया ने तुरंत पत्र जारी कर मानवीय भूल बताते हुए इस पर खेद जता दिया.
राजस्थान के वल्लभनगर में भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यक्रम की एक तस्वीर वायरल हो गई जिसमें भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया कुर्सी पर बैठे हैं. सामने मेज लगी है और मेज के नीचे महराणा प्रताप का प्रतीक चिन्ह रखा हुआ है और इसे लेकर कांग्रेस तथा दूसरे सामाजिक संगठनों ने महाराणा प्रताप के अपमान का मुद्दा बना दिया. वल्लभनगर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव होने हैं ऐसे में पुनिया समझ गए यह कोई खेल हो सकता है. लिहाजा जैसे ही पुनिया को इसकी खबर लगी उन्होंने तुरंत पत्र जारी कर मानवीय भूल बताते हुए इस पर खेद जताया और कहा कि भारतीय जनता युवा मोर्चा का कार्यक्रम था, जिसमें सम्मानपूर्वक महाराणा प्रताप का प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया था, लेकिन आयोजकों की मानवीय त्रुटि की वजह से उसे स्टेज पर रख दिया गया था. इस भूल के लिए हम खेद प्रकट करते हैं क्योंकि महाप्रतापी हम सभी के लिए आदर्श और सम्मानीय हैं.राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.