
यूरोप का आखिरी तानाशाह... इस मुल्क में 7वीं बार सत्ता संभालने जा रहा ये पुतिन का जिगरी दोस्त
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लुकाशेंको 1994 से ही बेलारूस के राष्ट्रपति हैं. लुकाशेंको जब पहली बार चुनाव लड़ रहे थे, तब उन्होंने बेलारूस को गड्ढे से निकालने का वादा किया था. 2020 में लुकाशेंको छठी बार राष्ट्रपति चुने गए थे.
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको काफी अच्छे दोस्त हैं. दोनों में कई समानताएं भी हैं. पुतिन की तरह ही लुकाशेंको भी लंबे समय से बेलारूस की सत्ता पर काबिज है. इसी साल मार्च में पुतिन छठी बार रूस के राष्ट्रपति चुने गए थे. अब उनके दोस्त लुकाशेंको का भी सातवीं बार राष्ट्रपति बनना तय माना जा रहा है. बेलारूस में अगले साल जनवरी में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं.
लुकाशेंको 1994 से ही बेलारूस के राष्ट्रपति हैं. लुकाशेंको जब पहली बार चुनाव लड़ रहे थे, तब उन्होंने बेलारूस को गड्ढे से निकालने का वादा किया था. हालांकि, अब उनकी छवि तानाशाह की हो गई है. उन्होंने यूरोप का आखिरी तानाशाह भी कहा जाता है.
2020 में लुकाशेंको छठी बार राष्ट्रपति चुने गए थे. पिछले चुनाव में जब लुकाशेंको की जीत की घोषणा की गई थी, तब बेलारूस में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए थे. इसके बाद हजारों प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया था. बेलारूस में तमाम विरोध के बावजूद लुकाशेंको की सत्ता पर पकड़ मजबूत ही रही है.
ऐसे बने बेलारूस के राष्ट्रपति
लुकाशेंको का राजनीतिक सफर 1990 से शुरू हुआ. उस समय लुकाशेंको रिपब्लिक ऑफ बेलारूस की सुप्रीम काउंसिल के डिप्टी चुने गए. 1993 में उन्हें बेलारूस की संसद की एंटी-करप्शन कमेटी का अंतरिम चेयरमैन नियुक्त किया गया.
1994 में बेलारूस में पहली बार राष्ट्रपति का चुनाव हुआ. चुनाव दो राउंड में हुए. पहले राउंड में लुकाशेंको ने 45 फीसदी और दूसरे राउंड में 80 फीसदी से ज्यादा वोट हासिल किए. लुकाशेंको शुरू से ही रूस के करीबी बने रहे.

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