म्यांमार की सड़कों पर टैंकों के साथ उतरी सेना, विरोध करने पर 20 साल तक के लिए जेल
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म्यांमार के कई प्रमुख शहरों में सेना सड़कों पर उतर आई है. इसी दौरान कानून में बदलाव करते हुए प्रदर्शनकारियों पर कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई है.
म्यांमार की सेना ने देश में तख्तापलट का विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों को चेतावनी दी है कि उन्हें नए कानून के तहत 20 साल तक के लिए जेल में डाला जा सकता है. प्रदर्शनकारियों से कहा गया है कि अगर उन्होंने सुरक्षाबलों के काम में बाधा पहुंचाई या फिर सैन्य शासकों के खिलाफ नफरत भड़काने की कोशिश की तो जेल और जुर्माने की सजा दी जा सकती है. म्यांमार की सेना ने एक फरवरी को देश में तख्तापलट कर दिया था. (फोटोज- AP) सेना ने कहा है कि सुरक्षा बलों के काम में बाधा पहुंचाने पर 7 साल की जेल और जनता में डर पैदा करने या अस्थिरता लाने की कोशिश करने पर 3 साल तक की जेल हो सकती है. वहीं, सेना के आदेश के बाद देश के बड़े हिस्से में रविवार से सोमवार के बीच इंटरनेट को बंद कर दिया गया. मिकिइना में सुरक्षाबलों की ओर से गोलीबारी किए जाने की रिपोर्ट भी आई है.अमेरिका के व्हाइट हाउस ने गाजा युद्ध पर बड़ी जानकारी दी. बता दें कि गाजा पर अमेरिका, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रिया, ब्राजील, बुल्गारिया, कनाडा ने संयुक्त बयान दिया है. व्हाइट हाउस के मुताबिक, सभी देशों ने ये माना है कि युद्धविराम के लिए जो भी जरूरी समझौता है, उस पर इजरायल और हमास को काम करना चाहिए. देखें यूएस टॉप-10.
गाजा में इजरायली सुरक्षाबलों और हमास के बीच संघर्ष जारी है. इसी बीच हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि गाजा पट्टी पर इजरायली हमलों में फिलिस्तीनियों की मौत की संख्या बढ़कर 36,731 हो गई है, जबकि 83,530 लोग घायल हो गए हैं. मंत्रालय ने यह भी बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान इजरायली सुरक्षाबलों के हमलों में 77 लोगों की मौत हो गई.