मैकाले शिक्षा पद्धति 200 साल पुरानी, RSS के विचार राष्ट्र के विचार: कर्नाटक सीएम बोम्मई
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कर्नाटक सीएम ने कहा कि अब समय बदल गया है. जब मेरे पिता थे तब डिजिटल वर्ल्ड नहीं था. अब पूरी दुनिया ग्लोबल विलेज हो गई है. मैं भी मैकाले एजुकेशन सिस्टम का ही प्रोडक्ट हूं. लेकिन मैं यह कतई नहीं चाहूंगा कि मेरे ग्रैंड सन भी उसी सिस्टम के प्रोडेक्ट हो.
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2021 में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि मैकाले शिक्षा पद्धति 200 साल पुरानी है. इसे बदलने की जरूरत है. हमलोग अब 21वीं शताब्दी में हैं. यूरोप ने भी अब इसे बदल दिया है. हमें एक ऐसा एजुकेशन सिस्टम चाहिए जो 21वीं सदी को सूट करता हो. RSS के विचार राष्ट्र के विचार हैं. ऐसे कहने में क्या गलत है? अगर मैकाले के एजुकेशन सिस्टम से तुलना करें तो. हमलोग भविष्य की तरफ देख रहे हैं. ऐसे में गलतियों को बदलने में क्या खराबी है. हमलोग चाहेंगे कि हमारे गांव के बच्चे भी अंतर्राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं में हिस्सा लें और सफल हों. हमें अपने बच्चों को इसके लिए तैयार करना होगा. हमलोग मूकदर्शक बनकर नहीं रह सकते हैं.
नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
देश के ज्यादातर मैदानी इलाकों में पड़ रही प्रचंड गर्मी के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने बड़ा फैसला लिया है. LG ने निर्देश दिया है कि इस भीषण गर्मी में मजदूरों को 12 बजे से लेकर 3 बजे तक काम से छुट्टी मिलेगी. साथ ही मजदूरों को मिलने वाली इस राहत के बदले कोई भी उनकी सैलरी नहीं काट सकेगा.
करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.