
मालदीव के मुइज्जू ने 15 घंटे क्यों की प्रेस कॉन्फ्रेंस? जेलेंस्की को भी पछाड़ा
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मुइज्जू के ऑफिस के मुताबिक, राष्ट्रपति ने इस दौरान पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सिर्फ नमाज अदा करने के लिए थोड़ी देर के लिए पॉज लिया गया.
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू (Mohammed Muizzu) ने मैराथन प्रेस कॉन्फ्रेंस कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है. उन्होंने बिना रुके लगातार 15 घंटे कॉन्फ्रेंस कर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की का भी रिकॉर्ड तोड़ दिया है.
मुइज्जू ने शनिवार सुबह दस बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू की जो 15 घंटे तक चली. इससे पहले जेलेंस्की ने 2019 में 14 घंटे प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी.
मुइज्जू के ऑफिस के मुताबिक, राष्ट्रपति ने इस दौरान पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सिर्फ नमाज अदा करने के लिए थोड़ी देर के लिए पॉज लिया गया. मुइज्जू के ऑफिस से ओर से जारी बयान में कहा गया कि राष्ट्रपति मुइज्जू ने समाज में प्रेस की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया है और तथ्यात्मक, संतुलित और निष्पक्ष रिपोर्टिंग के महत्व पर जोर दिया है.
इससे पहले 2019 में जेलेंस्की ने 14 घंटे तक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. उन्होंने बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको का सात घंटे प्रेस कॉन्फ्रेंस करे का रिकॉर्ड तोड़ा था.
भारत और मालदीव के बीच तनाव की शुरुआत 2023 में मालदीव के राष्ट्रपति चुनाव के बाद हुई थी. मोहम्मद मुइज्जू मालदीव के राष्ट्रपति चुने गए थे. उनकी India Out नीति और चीन के साथ बढ़ती नजदीकियों ने द्विपक्षीय संबंधों में दरार डाली. इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव जनवरी 2024 में तब चरम पर पहुंचा, जब मालदीव के मंत्रियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीके लक्षद्वीप दौरे की कुछ तस्वीरों पर आपत्तिजनक टिपप्णी की थी. इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच राजनयिक विवाद गहराया. मामले पर विवाद बढ़ने के बाद इन तीनों मंत्रियों को सस्पेंड कर दिया गया था.
दोनों देशों के इस तनाव के बीच मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू चीन के पांच दिन के राजकीय दौरे पर चले गए थे. इस दौरे से लौटने के बाद मुइज्जू लगातार भारत पर निशाना साधते रहे.

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