
मध्यप्रदेश-महाराष्ट्र में आंधी-ओलावृष्टि का अलर्ट, दिल्ली-एनसीआर में बरसेंगे बादल
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मौसम विभाग के मुताबिक, 12 मई को पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और मराठवाड़ा के अलग-अलग हिस्सो में तेज हवाओं के साथ ओले गिरने की आशंका है. वहीं उत्तराखण्ड, मध्य महाराष्ट्र और पश्चिम मध्य प्रदेश में आंधी के साथ ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया गया है. इसके अलावा दिल्ली, यूपी, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में धूल भरी आंधी के साथ बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है.
भारत के अधिकतर राज्यों में मौसम का मिजाज बदला हुआ है. मौसम विभाग की मानें तो आज यानी 12 मई को पूर्वी मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़ और मराठवाड़ा के अलग-अलग हिस्सो में तेज हवाओं के साथ ओले गिरने की आशंका है. वहीं उत्तराखण्ड, मध्य महाराष्ट्र और पश्चिम मध्य प्रदेश में आंधी के साथ ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया गया है. इसके अलावा दिल्ली, यूपी, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में धूल भरी आंधी के साथ बारिश होने की चेतावनी जारी की गई है.
दिल्ली का मौसम दिल्ली में आज यानी 12 मई को गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग का कहना है कि 13 मई तक दिल्ली में बारिश होने के आसार हैं. उसके बाद गर्मी बढ़ने की आशंका है.
दिल्ली-NCR में वायु प्रदूषण का क्या है हाल, देखें खास कवरेज IMD के मुताबिक, इस पूरे हफ्ते दिल्ली का अधिकतम तापमान 37 से 42 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है. वहीं न्यूनतम तापमान 24 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है.
देश के मौसम का हाल मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक, अगले 24 घंटे के दौरान, पूर्वोत्तर भारत, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, कर्नाटक के कुछ हिस्सों, केरल, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वी मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश, गरज के साथ बिजली गिरने और तेज हवाएं (40-50 किमी प्रति घंटे) चलने की उम्मीद है.कैसा रहेगा आपके शहर का मौसम, यहां जानिए अपडेट वहीं पंजाब, हरियाणा, पश्चिम उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान में छिटपुट हल्की बारिश और गरज के साथ छिटपुट धूल भरी आंधी, ओलावृष्टि संभव है.
देश की मौसमी गतिविधियां मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ पूर्वी ईरान और आसपास के क्षेत्रों पर है, जो मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के के रूप में बना हुआ है, जिसकी धुरी समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर है और अब लगभग 64° पूर्व देशांतर के साथ 22° उत्तर अक्षांश के उत्तर में चलती है. वहीं एक चक्रवाती परिसंचरण पूर्वोत्तर असम के ऊपर और समुद्र तल से 1.5 और 3.1 किमी ऊपर के बीच के क्षेत्रों पर बना हुआ है.कैसी है आपके शहर की एयर क्वॉलिटी, यहां कीजिए चेक
इसके अलावा उत्तर पश्चिमी राजस्थान और उसके आसपास एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी है. एक ट्रफ रेखा उत्तर-पश्चिमी राजस्थान पर चक्रवाती परिसंचरण से मध्य प्रदेश, झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल होते हुए दक्षिणी असम तक फैली हुई है. उत्तर बिहार के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. वहीं एक ट्रफ रेखा उत्तरी बिहार पर चक्रवाती परिसंचरण से लेकर झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल होते हुए दक्षिणी ओडिशा तक फैली हुई है. मध्य प्रदेश पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है. केरल के ऊपर एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है.

इंडिगो की फ्लाइट्स लगातार कैंसिल हो रही हैं और सरकार इसकी सख्ती से जांच कर रही है. यात्रियों की समस्या बढ़ने पर सरकार ने इंडिगो के अधिकारियों को तलब किया है और एयरफेयर पर प्राइस कैपिंग लगाई गई है. 500 किलोमीटर तक किराया साढ़े 7 हजार रुपए जबकि लंबी दूरी के लिए अधिकतम अठारह हजार रुपए निर्धारित किए गए हैं. यात्रियों को रिफंड न मिल पाने की शिकायतें भी बढ़ रही हैं. देखें विशेष.

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