
मणिपुर में महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के मामले पर क्या बोला अमेरिका?
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पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर पिछले 80 दिनों से जातीय हिंसा की आग में जल रहा है. इसी बीच बुधवार देर रात एक वीडियो सामने आया है जिसमें दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़क पर घुमाया जा रहा है. महिलाओं के इस यौन उत्पीड़न पर अमेरिका ने टिप्पणी की है. मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर अमेरिका ने इससे पहले भी टिप्पणी की थी.
मणिपुर में जारी जातीय हिंसा के बीच महिलाओं के यौन उत्पीड़न के वायरल वीडियो पर टिप्पणी करते हुए भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा कि मणिपुर में जारी हिंसा भारत का आंतरिक मामला है. लेकिन जब भी मैं कहीं इस तरह की हिंसा देखता हूं तो दिल दुखता है. गार्सेटी ने यह टिप्पणी अमेरिकी राजधानी वॉशिगंटन में आयोजित एक कार्यक्रम में की है.
दो महीने से ज्यादा समय से मणिपुर में जारी हिंसा के बीच बुधवार देर रात एक वीडियो सामने आया है. वायरल वीडियो में मणिपुर के कांगपोकपी जिले के एक गांव में कुकी-जोमी समुदाय की दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़क पर घुमाया जा रहा है. मणिपुर पुलिस ने बताया है कि यह वीडियो 4 मई का है. अब तक चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
इस तरह की घटनाएं दिल दुखाने वाली: अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी
भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी फिलहाल अमेरिकी अधिकारियों के साथ परामर्श के लिए वॉशिगंटन में हैं. इसी दौरान मणिपुर में दो महिलाओं के साथ हुई हैवानियत से जुड़ा एक सवाल पूछा गया.
इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा, "मैंने अभी तक वीडियो नहीं देखा है. यह पहली बार है जब मैं इस (मणिपुर में यौन उत्पीड़न) बारे में सुन रहा हूं. मणिपुर में जारी हिंसा भारत का आंतरिक मामला है. लेकिन जैसा मैंने पहले भी कहा था, जब भी इस तरह की घटना होती है तो मानवीय पीड़ा होती है और हमारा दिल टूट जाता है. चाहे वह हमारे पड़ोस में हो या दुनिया भर में. या उस देश में ऐसी घटना हो जहां हम रह रहे हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए अमेरिका राजदूत ने आगे कहा, "हमारी संवेदनाएं भारतीय लोगों के साथ है. एक इंसान होने के नाते हम हमेशा इस तरह के दर्द और पीड़ा के प्रति सहानुभूति रखते हैं."

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