
भारत में कोरोना संकट का पूरी दुनिया पर पड़ा ये बड़ा असर
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भारत में कोरोना संकट का असर ईंधन के कीमतों पर भी देखने को मिलने लगा है. तेल की कीमतों में सोमवार को 1 डॉलर की गिरावट देखने को मिली क्योंकि ईंधन निर्यातकों को डर है कि कोरोना संकट दुनिया के तीसरे सबसे बड़े तेल आयातक देश में ईंधन की मांग को कम कर देगा.
भारत में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. संक्रमितों मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ भारत में मेडिकल व्यवस्था चरमरा सी गई है और अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की किल्लत हो रही है. श्मशान घाटों पर अंतिम संस्कार के लिए लंबी लाइनें लगी हुई हैं. भारत की चरमराती स्थिति को देखते हुए ब्रिटेन, जर्मनी, अमेरिका सहित दुनिया के कई देश भारत की मदद में सामने आए हैं. वहीं, इसका असर दुनिया के तेल निर्यातकों पर भी पड़ता नजर आ रहा है. (फाइल फोटो-PTI) भारत में कोरोना संकट का असर ईंधन के कीमतों पर भी देखने को मिलने लगा है. तेल की कीमतों में सोमवार को 1 डॉलर की गिरावट देखने को मिली क्योंकि ईंधन निर्यातकों को डर है कि कोरोना संकट दुनिया के तीसरे सबसे बड़े तेल आयातक देश भारत में ईंधन की मांग को कम कर देगा. हालांकि यह भी माना जा रहा है कि तेल निर्यातक देशों के समूह OPEC+ की तरफ से सप्लाई बढ़ने से भी दाम में गिरावट आने वाली है. (फाइल फोटो-AP)
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार ने बहुत कुछ किया है. और अब वो आतंकियों और उनके संगठनों को चिह्नि्त कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर इस्लामिक स्टेट और इसी तरह के कई संगठनों को उन्होंने अलग-थलग किया है. अफगानिस्तान के नेतृत्व ने ड्रग्स नेटवर्क पर भी कार्रवाई की है. और वो इस पर और सख्ती करने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वहां जो होता है उसका असर होता है.

भारत दौरे से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए अपने 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, G8 और क्रिमिया को लेकर कई अहम बातें कही हैं. इंटरव्यू में पुतिन ने ना सिर्फ भारत की प्रगति की तारीफ की, बल्कि रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का भरोसा भी जताया.

यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन का आजतक से ये खास इंटरव्यू इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इसमें पहली बार रूस ने ट्रंप की शांति कोशिशों को इतनी मजबूती से स्वीकारा है. पुतिन ने संकेत दिया कि मानवीय नुकसान, राजनीतिक दबाव और आर्थिक हित, ये तीनों वजहें अमेरिका को हल तलाशने पर मजबूर कर रही हैं. हालांकि बड़ी प्रगति पर अभी भी पर्दा है, लेकिन वार्ताओं ने एक संभावित नई शुरुआत की उम्मीद जरूर जगाई है.

अब लगभग चार घंटे बाकी हैं जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत दौरे पर पहुंचेंगे. उनका विमान शाम 6 बजकर 35 मिनट पर दिल्ली एयरपोर्ट पर आएगा. करीब चार साल बाद पुतिन भारत आ रहे हैं, जो 2021 में भारत आने के बाद पहली बार है. इस बीच पुतिन के भारत दौरे से पहले MEA ने दोनों देशों के संबंध का वीडियो जारी किया है.








