
बीमारी कैंसर की, इलाज Disprin से... पाकिस्तान की हालत पर बोले इमरान खान
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पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति पर टिप्पणी करते हुए पूर्व पीएम इमरान खान ने कहा है कि हमारे मुल्क की स्थिति कैंसर से पीड़ित रोगी जैसी है, लेकिन हमारे हुक्मरान इसका इलाज सिरदर्द दूर करने वाली गोली डिस्पिरिन से कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारी स्थिति अब श्रीलंका जैसी हो चुकी है.
पाकिस्तान में बदतर आर्थिक हालत के बीच राजनीतिक ड्रामेबाजी भी जारी है. पाकिस्तान में अब पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर गिरफ्तारी का खतरा मंडरा रहा है. पाकिस्तान की आतंक रोधी कोर्ट ने इमरान खान की जमानत याचिका खारिज कर दी है. ये मामला चुनाव आयोग के बाहर प्रदर्शन से जुड़ा है. इस मामले की सुनवाई में इमरान खान के हाजिर नहीं होने के बाद अदालत ने उन्हें जमानत नहीं दी.
इस बीच इमरान खान ने पाकिस्तान की तुलना श्रीलंका से की है. इमरान खान ने कहा है कि पाकिस्तान अभी वहीं है जहां कुछ दिनों पहले श्रीलंका था. उन्होंने कहा कि आगे स्थिति और भी खराब होगी. इमरान खान ने पाकिस्तान की तुलना कैंसरग्रस्त मरीज से करते हुए कहा कि इस मुल्क की हालत कैंसर से पीड़ित रोगी जैसी है, लेकिन जिसका इलाज डिस्पिरिन टैबलेट से किया जा रहा है. बता दें कि डिस्पिरिन सिरदर्द की मामूली दवा है.
इमरान खान ने कहा पाकिस्तान रोजाना अनिश्चितता के भंवर में डूबता जा रहा है. इमरान खान ने कहा कि रेटिंग एजेंसी फिच ने पाकिस्तान की रेटिंग और भी नीचे कर दी है और इसे 'CCC'पर लाकर रख दिया है. इसका मतलब है कि हमलोग श्रीलंका के स्तर तक पहुंच गए हैं.
पाकिस्तान के मिनी बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए इमरान खान ने कहा कि इस बजट से जनता पर महंगाई की मार और पड़ेगी. उन्होंने कहा कि मुल्क की समस्याओं का एकमात्र समाधान चुनाव है.
पूर्व पीएम ने कहा कि सरकार ने आटा, घी, दाल, चिकेन और दूसरी जरूरी चीजों के दाम बढ़ा दिए हैं. उन्होंने कहा कि हम सभी को सच्ची स्वतंत्रता के लिए एक राष्ट्र के रूप में एक साथ लड़ना होगा क्योंकि गुलामी की जंजीरें अपने आप कभी नहीं गिरती हैं. जंजीरों को तोड़ना होगा.
गौरतलब है कि पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार घटकर 2.9 अरब डॉलर रह गया है. विशेषज्ञों का मानना है कि ये रकम मात्र 15 दिनों के आयात के लिए पर्याप्त है. पाकिस्तान सरकार अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से कर्ज पाने के लिए लगातार कोशिशें कर रहा है. पाकिस्तान और आईएमएफ के बीच 10 दिनों तक बातचीत हुई, लेकिन इसका कोई समाधान अबतक नहीं निकल सका है.

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