बिहार: विपक्ष की बात मानकर पहले लॉकडाउन लगा देते नीतीश, तो आज कम होता कोरोना
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लॉकडाउन लगने के महज कुछ दिनों में जिस तरह से बिहार में संक्रमण के आंकड़े में कमी आई है वह गौर करने वाली बात हैं, 5 मई को जब लॉकडाउन लगाया गया तब बिहार में संक्रमण की दर लगभग 15 फीसदी थी जो अब घटकर 8.9 पर पहुंच गई है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद टूवीट कर बिहार में लॉकडाउन बढ़ाने की जानकारी दी और साथ में ये भी कहा कि लॉकडाउन का सकारात्मक प्रभाव दिख रहा हैं. बिहार में 5 मई से लॉकडाउन लगाया गया तब से कोरोना संक्रमण के आंकड़ों में लगातार कमी आ रही है. यही वजह है कि मुख्यमंत्री ने इसे सकारात्मक प्रभाव बताया है, अब सवाल उठता है कि अगर यह लॉकडाउन 9 या 18 अप्रैल को लग जाता तो स्थिति और अच्छी रहती तो क्या लॉकडाउन लगाने में नीतीश सरकार ने देर कर दी. यह सवाल फिर से उठने लगा है. लॉकडाउन लगने के सिर्फ कुछ दिनों में जिस तरह से बिहार में संक्रमण के आंकड़ों में कमी आई है. वह गौर करने वाली बात है. 5 मई को जब लॉकडाउन लगाया गया तब बिहार में संक्रमण की दर लगभग 15 फीसदी थी जो अब घटकर 8.9 पर पहुंच गई है.More Related News