बहन को बाय बोलते समय घर की दूसरी मंजिल से गिरा 4 साल का बच्चा, अस्पताल में तोड़ दिया दम
AajTak
फरीदाबाद की डबुआ कॉलोनी में चार साल का बच्चा अपने घर की दूसरी मंजिल से गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई. यह घटना सीसीटीवी मैं कैद हो गई है. बच्चा अपने घर की बालकनी में खड़ा होकर अपनी बड़ी बहन को हाथ हिलाकर बाय बोल रहा था, उसी दौरान वह बैलेंस बिगड़ने से नीचे जा गिरा.
हरियाणा के फरीदाबाद की डबुआ कॉलोनी में एक 4 साल का बच्चा घर की दूसरी मंजिल से गिर गया. बच्चा गली से गुजर रही अपनी बड़ी बहन को बाय कर रहा था. उसी दौरान उसका बैलेंस बिगड़ गया और नीचे जा गिरा. इसके बाद परिजन बच्चे को लेकर तुरंत फरीदाबाद के ESI अस्पताल पहुंचे, जहां उसे बचाया नहीं जा सका. यह घटना सीसीटीवी में कैद हुई है.
जानकारी के अनुसार, डबुआ कॉलोनी में बच्चा अपने घर की छत से बहन को बाय करने के लिए हाथ हिला रहा था, उसी दौरान घर की दूसरी मंजिल से उसका बैलेंस बिगड़ गया और वह सीधा गली में जा गिरा. घर से निकल कर गली में जा रही उसकी बड़ी बहन ने जैसे ही पीछे मुड़कर देखा तो वह दौड़ी और भाई को गोद में उठाया.
बच्चे को ईएसआई अस्पताल ले गए परिजन
इस दौरान बच्चे के माता-पिता भी मौके पर पहुंच गए. परिजन बच्चे को लेकर पहले फरीदाबाद के बादशाह खान अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उनसे कहा कि बच्चे की हालत गंभीर है, दिल्ली भेजना पड़ेगा. पिता का ईएसआई कार्ड था तो वह बच्चे को ESI में ले गए, लेकिन वहां इलाज के दौरान बच्चे ने दम तोड़ दिया.
परिजनों ने डॉक्टरों पर लगाया लापरवाही का आरोप
बच्चे के पिता और पड़ोसियों ने ESI के डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि अस्पताल में डॉक्टर ने सही से बच्चे का इलाज नहीं किया. बच्चे के पिता ने कहा कि उनकी पांच बेटियों के बाद बेटा हुआ था, वह सबसे छोटा था. अब घर का चिराग ही बुझ गया. वह चाहते हैं कि इलाज में लापरवाही बरतने वाले डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
जम्मू के रियासी जिला अस्पताल में आतंकी हमले के बाल बच्चे भर्ती हैं. इन मासूम बच्चों को देखकर किसी का भी कलेजा फट सकता है. आतंकवादियों ने जो बर्बरता की है, उसके प्रमाण आप देख सकते हैं. श्रद्धालुओं ने जब आतंकवादी हमले की कहानी सुनाई, तो दिल दहल गया. आप उन आतंकवादियों की बर्बरता का अंदाजा नहीं लगा सकते.
महाराष्ट्र के ठाणे में ठगों ने यूपी पुलिस का अधिकारी बनकर एक कारोबारी को करीब 20 लाख रुपये का चूना लगा दिया. ठगों ने कारोबारी को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाने की धमकी दी थी और गिरफ्तारी से बचने के लिए पैसों की मांग की थी. पैसे देने के बाद जब कारोबारी ने लखनऊ में फोन कर यूपी पुलिस थाने में जानकारी ली तो उसे पता चला कि उसके खिलाफ कोई केस ही नहीं है.
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना भी मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से नाराज हो गई है. पार्टी के चीफ व्हिप श्रीरंग बारणे का कहना है कि उनकी पार्टी ने सात सीटें जीती हैं और बावजूद इसके उन्हें कोई कैबिनेट मंत्रालय नहीं दिया गया. उनका कहना है कि एनडीए के अन्य घटक दलों को कम सीट मिलने पर भी कैबिनेट में जगह मिली है.