
बस्तर की लड़की कैसे पहुंची अमेरिका, रजिया शेख ने बताई 'बस्तर फूड्स' शुरू करने की कहानी
AajTak
रजिया शेख ने बताया कि फिलहाल बस्तर फूड्स से 700 से ज्यादा महिलाएं जुड़ी हैं जो हमारे लिए सामान तैयार करती हैं. इसके अलावा मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के करीब दो हजार किसान हमें कच्चा माल मुहैया कराते हैं. हमारे बनाए प्रोडक्ट्स अब ग्लोबल मार्केट तक जाते हैं.
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव के पहले दिन आयोजित सत्र 'बनेगा तो बढ़ेगा इंडिया' में बिहार म्यूजियम के एडिशनल डायरेक्टर अशोक कुमार, बस्तर फूड्स की फाउंडर रजिया शेख और चूरू के धर्म संघ विश्वविद्यालय के बोर्ड मेंबर राजीव मर्दा ने शिरकत की. इस सत्र में उन्होंने अपने सफर के बारे में बताया और साथ ही इनकी राह में आने वाली चुनौतियों पर भी बात की.
नक्सलियों के गढ़ में बिजनेस
बस्तर फूड्स की फाउंडर रजिया शेख ने बताया कि मैंने करियर की शुरुआत नक्सली इलाके बीजापुर से की थी. उन्होंने बताया कि वहां एक बच्चे ने मुझसे पूछा कि मैडम बेहतर होता कि हम नक्सली बन जाते तो हर महीने के बीस हजार रुपये मिलते. उन बच्चों को नक्सली बनने का रास्ता पता है लेकिन उन्हें स्वरोजगार या स्टार्टअप के बारे में कुछ नहीं पता था. उस बच्चे के सवाल के बाद ही मैंने सोचा कि हम सरकार से क्यों कुछ मांगे, खुद भी तो कुछ शुरू किया जा सकता है. इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए पहले हमने बच्चों की फूड ट्रेनिंग शुरू की और फिर बस्तर फूड्स आया.
ये भी पढ़ें: क्यों आता है गुस्सा, क्या है चिलम पीने की वजह? फोटो प्रदर्शनी में नागा साधु ने खोले कई रहस्य
रजिया शेख ने बताया कि हम भी एक स्कॉलरशिप के तहत अमेरिका गए थे और वहां से स्टार्टअप कल्चर को समझ कर आए. हमने महुआ पर एक रिसर्च किया था जिसे काफी सराहा गया था. एक महीने अमेरिका रहकर लौटने के बाद मैंने अपने घर में चिरौंजी, काजू, महुआ जैसे प्रोडक्ट पर लैब में रिसर्च शुरू की जो कि हेल्थ के लिए फायदेमंद हैं. इसके बाद हमारे बनाए प्रोडक्ट ग्लोबल मार्केट तक पहुंच गए जो कि बस्तर में तैयार हुए हैं. उन्होंने बताया कि सड़कों का नेटवर्क बढ़ने ने कारोबार आसान हो गया है, अब गांवों से कच्चा माल लेकर प्रोडक्ट तैयार करके क्लाइंट तक पहुंचाना सुविधाजनक है.
शादी के पैसे से शुरू किया कारोबार

राष्ट्रपति पुतिन ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनकी गरिमामय उपस्थिति के साथ राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया. यह मुलाकात दो देशों के बीच रिश्तों की मजबूती को दर्शाने वाली थी. पुतिन ने महात्मा गांधी के आदर्शों का सम्मान करते हुए भारत की संस्कृति और इतिहास को सराहा. इस अवसर पर राजघाट की शांतिपूर्ण और पावन वायु ने सभी को प्रेरित किया.

पानीपत कांड में आरोपी पूनम के पति नवीन ने कहा कि बच्चों को जैसे पानी में तड़पाकर मारा गया, वैसे ही उसकी पत्नी को भी कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. उसने किसी भी तांत्रिक कनेक्शन से इनकार किया. वहीं, पूनम की मां सुनीता देवी ने कहा कि बेटी शादी से पहले बिल्कुल सामान्य थी और कभी किसी बच्चे को नुकसान नहीं पहुंचाया. उन्होंने स्वीकारा कि यदि उसने यह अपराध किया है तो उसे उसकी सजा जरूर मिलनी चाहिए.

माधव राव ने कुछ स्वयंसेवकों को मुस्लिम पहचान देकर विभाजित पंजाब के शहरों में मुस्लिम लीग के प्रभाव वाले क्षेत्रों में तैनात कर दिया. ये लोग बताते थे कि कैसे पूरी तैयारी के साथ मुस्लिम लीग के लोग हिंदू बाहुल्य इलाकों की रिपोर्ट तैयार करते हैं, और फिर हमला करते थे. RSS के 100 सालों के सफर की 100 कहानियों की कड़ी में आज पेश है उसी घटना का वर्णन.

पिछले दो दिनों से इंडिगो की उड़ानों में भारी रद्द होंगे देखे गए हैं. इस वजह से DGCA ने 4 दिसंबर को इंडिगो के अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की है. 3 और 4 दिसंबर को लगभग 250 से 300 फ्लाइट्स रद्द हो चुकी हैं, जिससे यात्री प्रभावित हुए हैं. DGCA का मकसद इंडिगो के कामकाज में सुधार लाना और यात्रियों की असुविधा को कम करना है.

शिवसेना UBT सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा है कि मंत्री राम मोहन नायडू को इंडिगो संकट को लेकर संसद में स्पष्ट जानकारी देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय को इंडिगो पर उचित कार्रवाई करनी चाहिए क्योंकि इंडिगो ने यात्रियों को काफी परेशानी में डाला है. प्रियंका चतुर्वेदी ने यह भी कहा कि इंडिगो के पास नियमों में हुए बदलावों की पूरी जानकारी थी, लेकिन इसके बावजूद यात्रियों को असुविधा हुई.








