
बच्चों से भरी वैन में ड्राइवर को अचानक हो गया ब्रेन हेमरेज, चलती गाड़ी में हुआ बेहोश और फिर...
AajTak
दिल्ली से सटे नोएडा में एक बड़ा हादसा होते-होते रह गया. दरअसल बच्चों को स्कूल ले जाते समय वैन ड्राइवर को अचानक ब्रेन हेमरेज हो गया जिसके बाद गाड़ी डिवाइडर से टकरा गई. हालांकि गनीमत ये रही कि इसमें किसी बच्चे को चोट नहीं आई. ड्राइवर का अस्पताल में इलाज चल रहा है.
दिल्ली से सटे नोएडा में एक निजी स्कूली वैन के चालक को गाड़ी चलाते समय अचानक ब्रेन हेमरेज हो गया, जिसके कारण गाड़ी डिवाइडर से टकरा गई. जिस समय यह हादसा हुआ उस वक्त वैन में 4 से 5 छात्र-छात्राएं मौजूद थे.
हालांकि गनीमत यह रही कि इस हादसे में बच्चों को किसी तरह की कोई चोट नहीं आई और राहगीरों ने वाहन चालक को निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसका इलाज चल रहा है. यह मामला 7 दिसंबर की सुबह का बताया जा रहा है.
नोएडा सेक्टर 16 A स्थित एपीजे स्कूल की वैन चार से पांच छात्र-छात्राओं को लेकर जा रही थी. अचानक से स्कूली वैन चालक की तबियत बिगड़ गई जिससे गाड़ी अनियंत्रित होकर सेक्टर 71 के पास साईं मंदिर के सामने बने यूटर्न डिवाइडर से टकरा गई.
इस हादसे में किसी भी छात्र या छात्रा को कोई चोट नहीं आई है. हादसे के बाद जब राहगीर वैन के पास पहुंचे तो उन्होंने ड्राइवर को बेहोश पाया. इसके बाद वैन चालक को कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया जहां पर डॉक्टरों की टीम ने ब्रेन हेमरेज होने की जानकारी दी.
घटना को लेकर नोएडा सेक्टर 71 में रहने वाले संजीव ने बताया कि उनकी बेटी एपीजे स्कूल में पड़ती है, जब उसकी स्कूल वैन के आने का समय हो गया और गाड़ी नहीं आई तो उन्होंने स्कूल वैन के ड्राइवर देवेंद्र को फोन किया.
उन्होंने कहा, देवेंद्र का फोन किसी राहगीर ने उठाया और हादसे की जानकारी दी. उन्होंने तुरंत मौके पर पहुंचकर देवेंद्र को नोएडा के कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को कई अनोखे और खास तोहफे भेंट किए हैं. इनमें असम की प्रसिद्ध ब्लैक टी, सुंदर सिल्वर का टी सेट, सिल्वर होर्स, मार्बल से बना चेस सेट, कश्मीरी केसर और श्रीमद्भगवदगीता की रूसी भाषा में एक प्रति शामिल है. इन विशेष तोहफों के जरिए भारत और रूस के बीच गहरे संबंधों को दर्शाया गया है.

चीनी सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के उन बयानों को प्रमुखता दी, जिनमें उन्होंने भारत और चीन को रूस का सबसे करीबी दोस्त बताया है. पुतिन ने कहा कि रूस को दोनों देशों के आपसी रिश्तों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं. चीन ने पुतिन की भारत यात्रा पर अब तक आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन वह नतीजों पर नजर रखे हुए है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार रात डिनर का आयोजन किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस डिनर में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नहीं दिया गया. इसके बावजूद कांग्रेस के सांसद शशि थरूर को बुलाया गया.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.






