
'बंधकों को मानव ढाल बनाया तो...', ट्रंप की हमास को खुली धमकी, कहा- अब कोई रियायत नहीं
AajTak
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने हमास को चेतावनी दी कि बंधकों को मानव ढाल बनाने पर कोई रियायत नहीं होगी. बता दें कि अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो इस वक्त इजरायल में हैं. इसके बाद वह कतर की यात्रा करेंगे
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमास को चेतावनी दी कि अगर वे बंधकों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करते हैं, तो अब कोई रियायत नहीं की जाएगी. ट्रंप ने ये बयान अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर दिया. इसके साथ ही ट्रंप ने दोहराया कि इज़रायल भविष्य में कतर पर हमला नहीं करेगा. ये बयान उस घटना के बाद आया है, जब इज़रायल ने हाल ही में कतर की राजधानी दोहा में फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के राजनीतिक कार्यालयों पर बमबारी की थी. इस हमले की कड़ी निंदा यूरोप और अरब दुनिया ने की थी.
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उन्हें कतर पर हमले के बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं दी गई थी. ट्रंप ने आगे कहा कि इज़रायल फिर से कतर पर हमला नहीं करेगा, लेकिन उन्होंने हमास पर भी टिप्पणी की. उन्होंने बताया कि उन्होंने एक अखबार में पढ़ा कि हमास ने बंधकों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करने की योजना बनाई है. टंप के मुताबिक हमास ने कहा कि वे बंधकों को सुरंगों से ऊपर लाकर सामने रखेंगे, ताकि अगर इज़रायल हमला करे तो बंधक मर जाएं.
बता दें कि अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो फिलहाल इजरायल दौरे पर हैं, उन्होंने सोमवार को इज़रायली पीएम नेतन्याहू के साथ मुलाकात की. रुबियो ने भी कहा कि गाजा में युद्ध समाप्त करने का एकमात्र तरीका ये है कि हमास सभी बंधकों को रिहा कर दे और आत्मसमर्पण कर दे.
कतर की यात्रा पर जाएंगे रुबियो
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मार्को रुबियो गाजा में संघर्ष को सुलझाने, गाजा में बंधक बनाए गए सभी 48 बंधकों को रिहा करने और गाजावासियों के लिए एक बेहतर भविष्य बनाने के मकसद से कतर की यात्रा करेंगे.
गाजा में हिंसा और तबाही गाजा में युद्ध की शुरुआत दक्षिणी इज़रायल में हमास के आतंकवादियों के हमले से हुई थी. इज़रायल के अनुसार इस हमले में लगभग 1200 लोग मारे गए और 251 बंधक बनाए गए थे. इसके जवाब में इज़रायल ने हमला किया, जिससे फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार अब तक 64000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार ने बहुत कुछ किया है. और अब वो आतंकियों और उनके संगठनों को चिह्नि्त कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर इस्लामिक स्टेट और इसी तरह के कई संगठनों को उन्होंने अलग-थलग किया है. अफगानिस्तान के नेतृत्व ने ड्रग्स नेटवर्क पर भी कार्रवाई की है. और वो इस पर और सख्ती करने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वहां जो होता है उसका असर होता है.

भारत दौरे से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए अपने 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, G8 और क्रिमिया को लेकर कई अहम बातें कही हैं. इंटरव्यू में पुतिन ने ना सिर्फ भारत की प्रगति की तारीफ की, बल्कि रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का भरोसा भी जताया.

यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन का आजतक से ये खास इंटरव्यू इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इसमें पहली बार रूस ने ट्रंप की शांति कोशिशों को इतनी मजबूती से स्वीकारा है. पुतिन ने संकेत दिया कि मानवीय नुकसान, राजनीतिक दबाव और आर्थिक हित, ये तीनों वजहें अमेरिका को हल तलाशने पर मजबूर कर रही हैं. हालांकि बड़ी प्रगति पर अभी भी पर्दा है, लेकिन वार्ताओं ने एक संभावित नई शुरुआत की उम्मीद जरूर जगाई है.






