
फिल्म या OTT, एक्टर्स कहां से कर रहे ज्यादा कमाई? गुलशन देवैया ने कही ये बात
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साहित्य आजतक 2024 में गुलशन देवैया गेस्ट बने. उन्होंने अनुराग कश्यप की फिल्म That Girl in Yellow Boots से डेब्यू किया था. उन्हें ये रोल कैसे मिला था? ओटीटी और फिल्मों में कहां ज्यादा कमाई होती है? अपने फ्यूचर को लेकर वो क्या सोचते हैं? इन सबके जवाब गुलशन ने दिए हैं.
साहित्य आजतक 2024 के दूसरे दिन एक्टर गुलशन देवैया ने शिरकत की. उन्होंने अपनी गायिकी से समां बांधा. 'तौबा तौबा' गाने पर डांस भी किया. गुलशन ने अपने सेंस ऑफ ह्यूमर से सबको एंटरटेन किया. उन्होंने अपने करियर, फिल्मों को लेकर पैशन और ओटीटी वर्सेज बॉलीवुड डिबेट बात की.
कैसे मिली अनुराग कश्यप की फिल्म अपने करियर पर बोलते हुए गुलशन ने कहा- मेरा डेब्यू अनुराग कश्यप की फिल्म That Girl in Yellow Boots से हुआ था. मुंबई शिफ्ट होने के बाद कल्कि से दोस्ती हो गई थी. तब अनुराग अपनी फिल्म के लिए एक रोल तलाश रहे थे. कल्कि के दोस्तों के साथ मैं रहता था. कल्कि ने मेरे नाटक देखे थे. उन्होंने मुझे अनुराग को रिकमेंड किया था. जब पहली बार अनुराग से मिला तो लगा था वो मुझे लेंगे.
गुलशन ने बताया वो कैसे फिल्में सलेक्ट करते हैं. उन्होंने कहा- शुरुआत के सालों में मैं इंट्यूशन पर जाता था. बाद में सोचने लगा कि क्राफ्ट और करियर दोनों के लिए सोचना होगा. फिर मैंने अपने लिए फैसला लिया. अब इतने सालों बाद एक्सपीरियंस की वजह से फैसले लेने में आसानी होती है.
ओटीटी या फिल्में क्या बेहतर है?
फिल्में मेरे बचपन का प्यार है. उसकी तरफ मैं बायस्ड होंगा. फीचर फिल्मस मेरे लिए सबसे ऊपर हैं. लॉन्ग फॉर्मेंट स्टोरी टेलिंग ओटीटी के बाद होने लगी है. उन्हें टीवी के अलावा दूसरा माध्यम मिला है. टीवी पर लिमिटेशन है. फीचर लेंथ में आप हर किरदार पर फोकस नहीं कर सकते.
ओटीटी या फिल्म में बेहतर पैसे कहां मिलते हैं?

आशका गोराडिया ने 2002 में एक यंग टेलीविजन एक्टर के रूप में एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में कदम रखा था. 16 साल बाद उन्होंने सब कुछ छोड़ दिया. इसका कारण थकान नहीं, बल्कि एक विजन था. कभी भारतीय टेलीविजन के सबसे यादगार किरदार निभाने वाली आशका आज 1,800 करोड़ रुपये की वैल्यूएशन वाली कंपनी की कमान संभाल रही हैं.












