
फिलिस्तीन के 'नेल्सन मंडेला' की रिहाई की मांग, हमास क्यों चाहता है इस शख्स की आजादी?
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फिलिस्तीनी मारवान बरघौटी को अपने 'नेल्सन मंडेला' के रूप में देखते हैं. उन्हें राष्ट्रपति महमूद अब्बास का नेचुरल उत्तराधिकारी माना जाता है. अगर उनकी रिहाई होती है तो फिलिस्तीन एकजुट हो सकता है. एक सर्वे में पाया गया कि बरघौटी हमास नेता इस्माइल हानियेह और राष्ट्रपति अब्बास से भी ज्यादा मशहूर हैं लेकिन इजरायल उन्हें एक "कट्टर आतंकवादी" मानता है.
इजरायल के साथ जंग के बीच हमास ने फिलिस्तीन के 'नेल्सन मंडेला' की आजादी की मांग रखी है. मारवान बरघौटी, राष्ट्रपति महमूद अब्बास की फतह पार्टी के नेता हैं और कुछ फिलिस्तीनी उन्हें देश के अगले राष्ट्रपति के रूप में देखते हैं. वह दो दशकों से भी ज्यादा समय से इजरायल की जेल में बंद हैं. कहा जा रहा है कि हमास ने उनकी रिहाई की मांग अपनी छवि सुधारने के लिए रखी है.
इजरायल और हमास के बीच कमोबेश चार महीने से जंग चल रही है और युद्ध खत्म करने का दबाव बढ़ रहा है. कोशिश है कि इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम हो और हमास की कैद से बंधकों को रिहा कराया जाए. इसके बदले हमास भी इजरायल से कुछ उम्मीदें लगा रखी है. फिलिस्तीनियों की रिहाई की मांग हमास के लिए अहम है लेकिन हमास की हालिया डिमांड ने बरघौटी की तरफ दुनिया का ध्यान खींचा है.
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हमास सुधारना चाहता है अपनी छवि!
मारवान बरघौटी के बारे में कहा जाता है कि वह फिलिस्तीन की राजनीति के एक केंद्रीय नेता हैं. अगर उनकी रिहाई होती है तो फिलिस्तीनी अथॉरिटी के चुनाव में उनके लिए राजनीतिक ग्राउंड तैयार किया जा सकता है. बरघौटी की आजादी के जरिए हमास फिलिस्तीनियों का समर्थन चाहता है, जिसकी वजह से कहा जा रहा है कि गाजा में हजारों आम लोगों, बच्चों और महिलाओं ने अपनी जान गंवाई.

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