फर्राटेदार अंग्रेजी बोलकर भीख मांगने वाली महिला बीएससी मैथ कंप्यूटर से ग्रेजुएट निकली
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मूलरूप से दक्षिण भारत के आंध्र प्रदेश के कडपा जिले के तिरुपति बालाजी गांव की रहने वाली स्वाति ने बताया कि वे 3 साल पहले मरने के लिए काशी आई थीं. क्योंकि काशी में मृत्यु से मोक्ष मिलता है. पति ने उन्हें छोड़ दिया था.
वक्त और हालात इंसान को उस मोड़ पर लाकर खड़ा कर देते हैं, जब उसकी योग्यता और काबिलियत बेमानी सी लगती है. कुछ ऐसी ही कहानी है वाराणसी में पिछले 3 वर्षों से गंगा घाट के किनारे भीख मांगने वाली 35 वर्षीय आंध्र प्रदेश की स्वाति की. लेकिन इन दिनों स्वाति सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रही हैं. दरअसल, स्वाति फर्राटेदार अंग्रेजी में बात करके लोगों से भीख मांगती हैं. लेकिन इन सुर्खियों के पीछे स्वाति की दुख भरी कहानी है और अब मदद की दरकार भी है. क्योंकि स्वाति भीख मांगना छोड़कर आत्मनिर्भर बनना चाहती हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कन्याकुमारी में ध्यान कर रहे हैं. ठीक 131 साल पहले उसी जगह एक और नरेंद्र ने ध्यान लगाया था और वहां ध्यान करने के बाद वो शिकागो (अमेरिका) में विश्व धर्म संसद में भाषण देने के लिए पहुंचे थे. बाद में आगे चलकर दुनिया ने उन्हें स्वामी विवेकानंद के नाम से जाना. कन्याकुमारी में उनके ध्यान ने हिंदू धर्म की रूपरेखा बदल दी थी.
आज सुबह की ताजा खबर (Aaj Ki Taza Khabar), 31 मई, 2024 की खबरें और समाचार: कन्याकुमारी में विवेकानंद रॉक मेमोरियल में पीएम मोदी की 'ध्यान साधना' जारी है. कर्नाटक के सेक्स स्कैंडल मामले के आरोपी सांसद प्रज्वल रेवन्ना को जर्मनी से भारत लौटते ही अरेस्ट कर लिया गया है. भारत के अधिकांश राज्यों में भीषण गर्मी पड़ रही है और कई लोग गर्मी की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं.